मनरेगा का उद्देश्य मजदूरों का आजीविका बढ़ाना
Advertisement
मनरेगा का उद्देश्य आजीविका बढ़ाना
मनरेगा का उद्देश्य मजदूरों का आजीविका बढ़ाना मजदूरों के आजीविका में बढ़ोतरी का दिया निर्देश 15 दिनों के अंदर काम देने का निर्देश जामताड़ा : मनरेगा लाइफ परियोजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों को एक दिवसीय परामर्श शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के प्रधान सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा मौजूद थे. […]
मजदूरों के आजीविका में बढ़ोतरी का दिया निर्देश
15 दिनों के अंदर काम देने का निर्देश
जामताड़ा : मनरेगा लाइफ परियोजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों को एक दिवसीय परामर्श शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के प्रधान सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा मौजूद थे. जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी थे. मौके पर प्रधान सचिव एनएन सिन्हा ने कहा कि मनरेगा लाइक प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य है. मजदूरों के आजीविका में बढ़ोतरी करना. कहा : राज्य में हाल ही के दिनों में जल स्रोत को रोकने का महत्व दिया गया और पूरे राज्य में हजारों डोभा का निर्माण कराया गया. इस डोभा के निर्माण से धान की खेती में काफी सहयोग मिला.
राज्य के सभी गांवों में पुन: 15 से 20 डोभा का निर्माण कराया जायेगा. जिससे किसान धान की खेती के साथ अन्य खेती भी कर सकते हैं. कहा : पड़ोसी राज्य बंगाल के किसान तीन फसल लगाते हैं. डोभा का निर्माण करते समय किसान अच्छी जगहों को चुनें ताकि डोभा के आसपास जानवर न जा सके. मनरेगा के अंतर्गत आम बगान भी लगा सकते हैं. साथ ही आम के बीच में सब्जी, मसाले की खेती कर सकते हैं. इस प्रकार की खेती करने से आय में बढ़ोतरी होगी. कहा :
गुमला जिला में आम की खेती काफी ज्यादा हो रही है. साथ ही अच्छे आय कर रहे हैं. प्रधान सचिव ने कहा कि जिनके पास जमीन उपलब्ध नहीं है. वैसे लोग मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार कर सकते हैं. 100 दिन रोजगार प्राप्त करने के बाद दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास के तहत अपनी रुचि के अनुसार रोजगार प्राप्त कर सकते हैं. इस वर्ष नवंबर में ही 4 करोड़ 75 लाख मानव दिवस का सृजन कर लिया गया है. हर पंचायत में भी रोजगार दिवस मनाया जाता है. जिसमें सभी लोगों को भाग लेने का आग्रह किया. मनरेगा मजदूर कार्यक्रम में जॉब कार्ड, बैंक खाता का पंजीयन करावें.
साथ ही मजदूर कार्य की मांग करें. काम की मांग के समय जॉब कार्ड में काम देने का तिथि लिखा लें. साथ ही 15 दिन के अंदर कार्य नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता की मांग करें. काम नहीं देने की स्थिति में मनरेगा मजदूरों को भत्ता भी दिया जाता है. प्रधान सचिव श्री सिन्हा ने कहा कि मनरेगा मजदूर जल्द ही बैंक खाता खोलवा लें. मजदूरों का बैंक खाता में ही राशि जायेगी. जिससे मजदूर अपने कार्य में राशि का उपयोग कर पायेंगे.
हर गांव में बनेगा 15 से 20 डोभा, लगेंगे आम के बगान
मनरेगा के मजदूर 100 दिन रोजगार करने के बाद बेरोजगार हो जाता था, लेकिन सरकार दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जायेगा.
रमेश कुमार दूबे, उपायुक्त.
धान के अलावा अन्य फसलों की खेती करने पर दिया गया बल
15 दिन में रोजगार नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता मिलने का है प्रावधान
मनरेगा मजदूरों का जल्द से जल्द बैंक खाता खोलने का निर्देश
भूमिहीन प्रशिक्षण लेकर जुड़ सकते हैं स्वरोजगार से
विशिष्ट अतिथि मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि जिन मनरेगा मजदूरों के पास जमीन नहीं है, वैसे मजदूर कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने अनुसार रोजगार प्राप्त कर सकते हैं. कहा : 2014-15 में संताल परगना के सभी जिलों में सर्वे करने के बाद जामताड़ा जिला में मनरेगा के तहत 100 दिन रोजगार प्राप्त करने वाले ज्यादा संख्या में पाया गया. जिस कारण जामताड़ा में यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. श्री त्रिपाठी ने कहा कि 100 दिन रोजगार प्राप्त करने के बाद मनरेगा मजदूरों का अब पलायन नहीं करना पड़ेगा. मनरेगा मजदूर अपने स्वेच्छा के अनुसार कौशल विकास योजना के तहत प्रक्षिक्षण प्राप्त कर रोजगार कर सकते हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement