डीसी कार्यालय में आउटसोर्स वेब डेवलपर के रूप में काम कर रही एक महिला ने कंपनी पर गर्भावस्था के दौरान नौकरी से अवैध रूप से हटाये जाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को सहायक श्रम आयुक्त को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. महिला ने बताया कि वे 20 सितंबर 2024 से डीसी कार्यालय में चॉइस कंसल्टेंसी के माध्यम से कार्यरत वेब डेवलपर के रूप में काम कर रही थी. उन्होंने समय पर अपनी गर्भावस्था की सूचना विभाग व कंपनी को दी थी. इसके बावजूद उन्हें बार-बार नौकरी से हटाने का मेल व पुनः बहाल करने का नोटिस मेल के माध्यम से भेजा जा रहा है, मगर उन्हें दुबारा कार्यस्थल और कार्यदायित्व स्पष्ट नहीं किया गया. खुशबू ने कहा कि इस तरह का व्यवहार पूर्ण रूप से उत्पीड़न है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

