अलकडीहा ओपी क्षेत्र के जीनागोड़ा कालीथान स्थित परियोजना बनी रणक्षेत्र, कई वाहनों में लगायी आग, तोड़फोड़ भी कीDhanbad News : आउटसोर्सिंग परियोजना का ओबी डंप करने और रैयती जमीन का जबरन अधिग्रहण करने का विरोध कर रहे थे अलकडीहा ओपी क्षेत्र के सुरूंगा, पहाड़ीगोड़ा, गोल्डेन पहाड़ी व मुकुंदा के रैयत ग्रामीणों ने रैयती जमीन पर परियोजना का ओबी डंप करने और जमीन का जबरन अधिग्रहण करने के विरोध में शनिवार शाम चार बजे जमकर बवाल काटा. ग्रामीणों ने जीनागोड़ा कालीथान स्थित देवप्रभा आउटसोर्सिंग परियोजना का काम ठप करा दिया. इसको लेकर आउटसोर्सिंग समर्थकों व ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हो गयी. इसमें तीन राउंड फायरिंग की भी बात सामने आ रही है. हालांकि पुलिस द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गयी है. झड़प के दौरान तिसरा थाना प्रभारी सुमन कुमार समेत एक दर्जन लोग घायल हो गये. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने परियोजना कैंप के समीप जम कर उत्पात मचाया. कैंप के बाहर खड़ी दो दर्जन से अधिक बाइक, चार हॉलपैक, दो डंपर, एक डीजल व एक पानी टैंकर में तोड़फोड़ की. कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया. इससे घटनास्थल पर अफरातफरी मच गयी. कैंप छोड़ सभी कर्मी भाग खड़े हुए. इधर, सूचना पाकर जोड़ापोखर सर्किल इंस्पेक्टर पंकज भूषण, बलियापुर सीओ प्रवीण सिंह समेत कई थाने की पुलिस व सीआइएसएफ के अधिकारी-जवान घटनास्थल पर पहुंच गये. फायर ब्रिगेड की टीम ने वाहनों में लगी आग को बुझाया. घटना के बाद से वहां पुलिस तैनात है.
ये हुए हैं घायल
: तिसरा थानेदार सुमन कुमार, ग्रामीण मिथुन बाउरी, कालीपदो कुंभकार, राजकुमार रजक, चांदनी देवी, बिजोला देवी, रेखा देवी व कंपनी समर्थक प्रदीप भुइयां, सुनील कुमार व गोपाल कुमार आदि.तिसरा थाना प्रभारी के सामने भिड़े लोग
पारंपरिक हथियारों का इस्तेमालपूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पारंपरिक हथियारों से लैस होकर परियोजना पहुंचे और काम ठप करा दिया. कार्य ठप होने से भड़के आउटसोर्सिंग समर्थक जबरन परियोजना चालू कराने में जुट गये. इससे ग्रामीण और आक्रोशित होकर परियोजना कैंप के समीप धरना पर बैठ गये. इस दौरान तिसरा थानेदार सुमन कुमार वहां मौजूद थे. उनके समक्ष ही ग्रामीणों व आउटसोर्सिंग समर्थकों के बीच हिंसक भिड़ंत हो गयी. बताया जाता है कि झड़प के दौरान तीन राउंड फायरिंग की गयी. हालांकि पुलिस इससे इंकार कर रही है. भिड़ंत के दौरान दोनों गुटों के समर्थकों के बीच जमकर लाठी-डंडे, तीर-धनुष, पत्थर व गुलेल चले. इस घटना में बीच-बचाव करने में तिसरा थाना प्रभारी सुमन कुमार का हाथ टूट गया, जबकि ग्रामीण मिथुन बाउरी, कालीपदो कुंभकार, राजकुमार रजक, चांदनी देवी, बिजोला देवी, रेखा देवी आदि गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी छह घायलों का बलियापुर स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार कर एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया, जहां सभी इलाजरत हैं. इस घटना में आउटसोर्सिंग में कार्यरत प्रदीप भुइयां, सुनील कुमार व गोपाल कुमार भी घायल हुए हैं. घटना के बाद से परियोजना का काम ठप है. दोनों पक्षों में झड़प की प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है.घटना की जांच कर होगी कार्रवाई
मारपीट और आगजनी की घटना हुई है. घटना की जांच के आदेश दे दिये गये हैं. दाेषियाें काे चिह्नित कर उनके खिलाफकार्रवाई की जायेगी.
एचपी जनार्दनन,
एसएसपीरैयती व सरकारी जमीन पर हुई है डंपिंग
सुरूंगा मौजा की कुछ रैयती व गैरसरकारी जमीन पर भी ओबी डंपिंग की गयी है. घटनास्थल झरिया अंचल क्षेत्र में है. आउटसोर्सिंग कैंप में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ है. मैं एसडीएम के निर्देश पर पहुंचा था. घटना में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
प्रवीण कुमार,
अंचलाधिकारी, बलियापुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है