Dhanbad News : हाल ही में हुए सहायक आचार्यों की नियुक्ति के बावजूद पूर्वी टुंडी प्रखंड में कई विद्यालय ऐसे रह गये हैं, जहां शिक्षकों की घोर कमी रह गयी है. अभिभावकों व विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि शिक्षक बहाली प्रक्रिया से विद्यालयों में शिक्षक की नियुक्ति होगी और शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा, लेकिन विभाग की अनदेखी से स्थित जब की तस रह गयी और निराशा हाथ लगी. उदाहरण के तौर पर बता दें कि पूर्वी टुंडी के उत्क्रमित उच्च विद्यालय सोमनाथ में जहां विद्यार्थियों की संख्या 330 है, वहां मात्र दो ही सरकारी शिक्षक मौजूद हैं. उउवि रूपन जहां 110 बच्चे नामांकित हैं, वहां मात्र एक सरकारी शिक्षक व दो सहायक शिक्षक पदस्थापित हैं. उमवि चेपकिया जहां 84 बच्चे नामांकित हैं, वहां मात्र एक ही सरकारी शिक्षक पदस्थापित हैं. जानकर हैरानी होगी कि प्राथमिक विद्यालय बदलूडीह जहां 82 बच्चे नामांकित हैं वहां एक भी सरकारी शिक्षक मौजूद नहीं हैं. सिर्फ एक सहायक अध्यापक (पारा) प्रतिनियुक्त है, जो किसी तरह स्कूल सम्भाल रहे हैं. उसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय उकमा में भी मात्र एक सहायक शिक्षक हैं. प्राथमिक विद्यालय सिंगराईडीह में 56 बच्चे नामांकित हैं, जहां मात्र एक सरकारी शिक्षक उपलब्ध हैं. बात करें प्रखंड के एकमात्र मॉडल विद्यालय प्राथमिक विद्यालय चालधोवा की तो, वहां कुल 153 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन वहां सिर्फ दो सरकारी शिक्षक व एक सहायक अध्यापक पदस्थापित हैं. इसके अलावा और भी कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां शिक्षकों की घोर कमी है. इस समस्या को लेकर संबंधित कई विद्यालयों के अभिभावकों व प्रबंधन समिति ने शिक्षकों की समस्या से विभाग को पत्राचार किया है. टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने भी डीएमएफटी बोर्ड की बैठक में शिक्षकों की कमी झेल रहे विद्यालयों में शिक्षकों के प्रतिनियुक्ति की मांग की है.
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