मध्य विद्यालय पाथरडीह कोलवाशरी में परिसर में स्थित पुराने भवन की छत गुरुवार को जोरदार आवाज के साथ गिर गयी. इस कारण थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी. आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गये. हालांकि घटना के समय जर्जर भवन में कोई नहीं था. मामले को लेकर अब भी ध्यान नहीं दिया गया, तो कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. यहां बच्चे पढ़ते हैं, गलती से भी कोई बच्चा जर्जर भवन आ गया, ताे यह खतरनाक है. घटना के बाद स्कूल एचएम श्वेता कुमारी ने मामले की जानकारी विभाग को दी है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में 110 बच्चे नामांकित है. सुचारू रूप से पढ़ाई हो रही है. विद्यालय परिसर में स्थित जर्जर भवन शिक्षकों के लिए परेशानी बनी हुई है. बच्चों को बार-बार जर्जर भवन की ओर जाने से रोका जाता है.
पूर्व में दी गयी सूचना :
जर्जर भवन को तोड़ने के लिए प्रक्रिया करायी जानी है. इसके लिए स्कूल की ओर से पूर्व में भी विभाग को सूचना दी गयी है. लेकिन जर्जर भवन को तोड़कर यहां से नहीं हटाया जा रहा है.जिले में कई विद्यालयों में हैं जर्जर भवन :
भवन प्रमंडल सर्वे कर जिले के 156 विद्यालयों के भवन को जर्जर घोषित किया जा चुका है. सितंबर माह में इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को दी गयी है. लेकिन इन जर्जर भवनों को तोड़ने की प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हुई. भवन जर्जर होने की वजह से स्थानीय स्तर पर व्यवस्था कर कुछ स्कूलों का संचालन सामुदायिक भवन में किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है