अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद दोनों दवाओं और सिरिंज की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी. बता दें कि अस्पताल में बीते कुछ दिनों से एचआरआइजी इंजेक्शन और सिरिंज पूरी तरह समाप्त हो चुकी है.
अभी झेलनी पड़ती है परेशानी
इस वजह से कुत्ते, बिल्ली या अन्य जानवर के काटने पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. बाजार से महंगे दामों पर इंजेक्शन और सिरिंज खरीदने पड़ रहे हैं. अधीक्षक ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की जायेगी.
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