धनबाद.
संत अंथोनी चर्च में रविवार को ईस्टर संडे (पास्का रविवार) को लेकर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इसमें काफी संख्या में मसीही भाई-बहन शामिल हुए. मान्यता है कि इसी दिन प्रभु यीशु मसीह अपनी क्रूस मृत्यु के तीसरे दिन जी उठे थे. यह ईसाई समुदाय के लिए शुभ दिन है.अपनी गलतियों-पापों से ऊपर उठें, नया जीवन प्राप्त करें
प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए फादर अमातुस कुजूर ने कहा कि आज प्रभु यीशु के पुनरुत्थान का पर्व सारी दुनिया मना रही है. प्रभु यीशु को क्रूस मृत्यु दिए जाने के बाद एक कब्र में उनके मृत शरीर को रखा गया था, जहां से तीसरे दिन प्रभु यीशु जी उठते हैं. सांसारिक रूप से हम यह कह सकते हैं कि हम जब भी गिरते हैं, हमें ठोकर लगती है अथवा बीमार पड़ते हैं तो हम स्वयं को हमेशा वापस फिर से उठाना चाहते हैं और हम उठ खड़े होते हैं. यहां मृत्यु शब्द से तात्पर्य सिर्फ शारीरिक मृत्यु नहीं है, बल्कि हर वह एक गलत काम है जो हम अपने जीवन में करते हैं. बार-बार उससे ऊपर उठने का प्रयास करते हैं. जिस प्रकार प्रभु यीशु ने अपनी मृत्यु पर विजय पायी और फिर से जी उठे, ठीक उसी तरह हमें भी अपने हर एक दिन की गयी उन गलतियों और पापों से ऊपर उठना है और एक नये जीवन को प्राप्त करना है. यदि हम ऐसा करते हैं तभी प्रभु यीशु द्वारा हमारे लिए क्रूस पर दी गई मृत्यु सफल साबित होती है. जो प्रभु यीशु पर विश्वास करते हैं वह इस बात पर भी विश्वास करते हैं कि मृत्यु के बाद भी अनंत जीवन है. ऐसा जीवन जिसे प्रभु यीशु मसीह ने क्रूस पर खुद को न्योछावर करके दिया है. सभा के अंत में सभी ने एक-दूसरे के गले मिलकर तथा हाथ मिलाकर हैप्पी ईस्टर कहते हुए शुभकामनाएं दीं. कार्यक्रम में चर्च के सदस्यों के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे.पूर्वजों की कब्र पर कैंडल जला किया नमन
ईस्टर संडे की सुहानी भोर पर मसीही भाई-बहनों ने जोड़ाफाटक स्थित कब्रिस्तान में संत मैरी चर्च के मसीही भाई-बहनों ने कैंडल जलाकर अपने पूर्वजों को नमन किया. वहीं पुनरूत्थान की सुंदर भोर में सच में प्रभु जी उठा, हमारा यीशु जी उठा…. आदि गीत गाये. मौके पर सीएनआई चर्च के फादर अजीत होरो, जीएल चर्च के फादर बारला ने संबोधित किया. वहां कैंडल जलाने के बाद सभी संत मैरी चर्च पहुंचे. यहां मिस्सा प्रार्थना सभा की गयी. फादर होरो ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह प्रभु यीशु ने बिना घबराये जीवन के हर दुख को झेलते हुए मृत्यु पर विजय पायी थी, उसी तरह मानव को दुख तकलीफ से नहीं घबराना चाहिए. सभा के बाद सभी ने एक दूसरे को ईस्टर की बधाई दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है