बीसीसीएल की बंद ईस्ट भगतडीह चानक में युवक के कूदने का मामला
बबन झा, बस्ताकोला.
बीसीसीएल बस्ताकोला एरिया अंतर्गत बंद ईस्ट भगतडीह चानक काफी गहरा है. इस चानक में कूदे युवक का शव निकालने में शनिवार को 18 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम ने हाथ खड़े कर दिये. रविवार को माइंस रेस्क्यू की टीम ने देसी जुगाड़ की मदद से चानक से युवक का शव निकाला. चानक के मुहाने से करीब 143 मीटर नीचे पानी में कृष्णानंद का शव फंसा हुआ था. लोगों ने इस ऑपरेशन के लिए माइंस रेस्कयू की टीम काफी प्रशंसा की.…और लोग हो गये आक्रोशित :
आपदा प्रबंधन में महारत रखनेवाली एनडीआरफ की टीम अपने आधुनिक उपकरण के बाद भी चानक से कृष्णानंद का शव को बाहर निकलने में शनिवार को अपने हाथ खड़े कर दिये. इससे स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये. माइंस रेस्क्यू की टीम ने झगड़, रस्सी, टॉर्च, सेफ्टी लैंप के सहारे इस ऑपरेशन को पूरा किया. माइंस रेस्क्यू ने बंद चानक के ऊपर मोटे ढलाई वाली कंक्रीट को तोड़ने से लेकर अनुभव के सहारे उसमें हॉल किया. इसके बाद ऑपरेशन को गति दी. पानी के अंदर लाइट की व्यवस्था कर कृष्णानंद के शव की तलाश की. तार के रिंग व झगड़ के सहारे 143 मीटर नीचे से शव निकाला. सेफ्टी बेल्ट के सहारे बंद चानक के मुहाने पर चढ़कर काफी मशक्कत से ऑपरेशन चलाया. इसमें माइंस रेस्क्यू की 15 सदस्यीय टीम शामिल थी. इससे पूर्व टीम धनबाद की विभिन्न कोलियरी में घटना होने पर माइंस रेक्स्यू टीम तत्काल पहुंच कर जाकर बचाव कार्य करती है. इस खतरनाक चानक, जहां नीचे उतरने की कोई व्यवस्था नहीं थी, वहां से टीम ने शव को निकाला.रेस्क्यू टीम ने किया बेहतर कार्य : अधीक्षक
इस संबंध में धनसार माइंस रेस्क्यू स्टेशन के अधीक्षक पीआर मुखर्यी ने कहा कि माइंस रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने एक बार फिर बेहतर कार्य का प्रदर्शन किया है. बचाव कार्य में कुछ तकनीकी समस्या थी. लेकिन इसके बावजूद ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया गया.
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