Dhanbad News : जियलगोड़ा मानस मंदिर में आयोजित नौ दिवसीय मानस महाधिवेशन में अयोध्या से आये अशोकानंद जी महाराज ने चौथे दिन गुरुवार को अपने प्रवचन के दौरान राम के वनवास पर चर्चा की. कहा कि भगवान वनवास नहीं जाते, तो वह भगवान नहीं बनते. उन्होंने समाज में एकल परिवार पद्धति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो पुत्र आज्ञाकारी होता है, वही पुत्र परिवार की कीर्ति को आगे बढ़ाता है. आज के बच्चों को भगवान राम से सीख लेने की जरूरत है. राम ने बिना सोचे समझे ही पिता की आज्ञा पर भौतिक सुख सुविधा त्याग कर वनवास को अपनाया. इस दौरान अनिल पाठक एंड टीम ने मानस भजन कर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मंदिर परिसर में काफी भीड़ देखी गयी. आयोजक मंडली में मानस सत्संग समिति के सदस्य शामिल हैं.
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