Dhanbad News : देश की सीमाओं पर जब खतरा मंडराता है, तब सिर्फ सेना ही नहीं, पूरा देश एकजुट नजर आता है. कुछ ऐसा ही जज़्बा दिखा रहे हैं भारतीय सेना में 30 साल सेवा देने के बाद 2017 में रिटायर हुए पूर्व सूबेदार आरके सिंह. उन्होंने कहा हर बार तो जोश हाई रहता था, लेकिन इस बार जोश ओवरहाई है. कारगिल युद्ध के दौरान फिरोजपुर में तैनात रहे आरके सिंह ने उस दौर को याद करते हुए कहा, हड्डी गला देने वाली ठंड हो या दुश्मन की गोलियों की बौछार, हमारे हौसले कभी नहीं डगमगाये. उन्होंने बताया कि जब वह 2005 से 2006 के बीच कश्मीर के एक जगह पर अपनी सेवा दे रहे थे, तब वहां के लोग, खास कर महिलाएं हमारी आतंकियों के खिलाफ की हुई कार्रवाई का विरोध करती थीं. मगर आज दौर बदल गया है. पहलगाम के हमले में भी हमने देखा कैसे एक कश्मीरी अपने पर्यटकों की रक्षा करने के लिए अपनी जान गंवा बैठा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य कार्रवाई को लेकर सूबेदार सिंह गर्व से कहते हैं, ये समय सिर्फ देखने का नहीं, समझने का है कि हमारे जवान जान की बाजी लगाकर देश के सम्मान की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, पाकिस्तान फिर से झूठ का सहारा ले रहा है, जिसका हमारी सेना करारा जवाब दे रही है. उन्होंने देशवासियों से अपील की आज जब सैनिक अपना खून बहा रहे हैं, तब हम नागरिकों की जिम्मेदारी है कि अफवाह न फैलाएं, सोशल मीडिया पर संयम रखें. सरकार व प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. आंखों में गर्व, जुबान में देशभक्ति और सीने में तिरंगे के लिए धड़कता दिल लिये पूर्व सूबेदार श्री सिंह ने जोश के साथ कहा कि अगर आज भी सरकार कहे, तो वह सीमा पर जाकर लड़ने को तैयार हैं.
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