Dhanbad News: लोदना ओपी क्षेत्र के घमंडी पट्टी निवासी बीसीसीएल से सेवानिवृत्तकर्मी कपींद्र पासवान के पुत्र ओडिशा में पदस्थापित सीआरपीएफ 66 बटालियन के जवान दिलीप पासवान (33) की मौत इलाज के दौरान सोमवार को असर्फी अस्पताल में हो गयी. वह 11 अगस्त को बलियापुर में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव को लोदना लाया गया, परिजनों में कोहराम मच गया. जानकारी मिलते ही विभिन्न राजनीतिक दलों व स्थानीय लोग पहुंचे संवेदना जतायी. शव को देखते ही मां शोभा देवी, पिता कपींद्र पासवान, पत्नी पुष्पा देवी, पुत्र रिशु, पुत्री नैना समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. जानकारी होने पर सीआरपीएफ 154 बटालियन के द्वितीय कमांडेंट ओमप्रकाश सिंह, इंस्पेक्टर मदन मोहन उपाध्याय, एसआइ रविन्द्र सिंह सहित दर्जनों जवान लोदना पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. सीआरपीएफ अधिकारियों ने मृतक की पत्नी को तिरंगा झंडा सौंपा और दाह संस्कार के लिए 70 हजार रुपये नगद दिये. शाम को अंतिम संस्कार मोहलबनी मुक्ति धाम में किया गया. मोहलबनी घाट पर सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. साथ ही, 21 राउंड हवाई फायरिंग कर जवान को अंतिम सलामी दी गयी.
ओडिशा में था पदस्थापित, छुट्टी लेकर आया था घर
दिलीप पासवान सीआरपीएफ में 2014 में ज्वाइन किया था. वह 11 अगस्त 25 को छुट्टी पर अपने लोदना स्थित घर आया था. उसी दिन शाम को बच्चू सेंटर मोहल्ला के सूूरज पासवान के साथ बाइक पर पीछे बैठकर प्रधानखंता सीआरपीएफ कैंप जा रहा था, तभी बलियापुर आमझर मोड़ के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये थे. मृतक तीन भाई व एक बहन है.कमांडेंट ने दूसरे सवार को भी हेलमेट पहनने की अपील की
सीआरपीएफ के अधिकारी ओमप्रकाश सिंह ने घटना पर दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बाइक चलाते समय चालक व पीछे बैठने वाले लोगों से हेलमेट पहनने की अपील की. कहा कि अगर आज हमारा जवान हेलमेट पहना होता, तो शायद उसकी जान बच जाती. कहा कि नियमानुसार उनकी पत्नी को नौकरी व अन्य राशि दी जायेगी.
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