Dhanbad News: विश्व मलेरिया दिवस पर शुक्रवार को राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जागरूकता रैली निकाली जायेगी. रैली सिविल सर्जन कार्यालय से शुरू होकर शहर का भ्रमण करेगी. इस दौरान लोगों को मलेरिया से बचाव व इसके लक्षण के प्रति जागरूक किया जायेगा. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने गुरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि यह दिवस मलेरिया जैसे संक्रामक रोग के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने और इसके उन्मूलन की दिशा में वैश्विक प्रयासों को समर्थन देने के लिए मनाया जाता है. बताया कि मलेरिया संक्रमित मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से फैलता है, जो ठहरे हुए पानी में पनपता है. मलेरिया के लक्षणों में ठंड के साथ बुखार, उल्टी, शरीर में दर्द, सिरदर्द तथा चक्कर आना शामिल है. समय पर जांच और इलाज नहीं होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है. मौके पर डीआरसीएचओ डॉ रोहित गौतम, वीवीडी सलाहाकार रमेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
गर्भवती व बच्चों में बीमारी होने का खतरा अधिक : डॉ सुनील
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों में मलेरिया का खतरा अधिक होता है. ऐसे में लक्षण दिखने पर फौरन नजदीकी अस्पताल जायें और जांच करायें. एसएनएमएमसीएच व सदर अस्पताल में मलेरिया जांच की सुविधा उपलब्ध है. इस बीमारी से बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा नहीं होने दें. कीटनाशकों का छिड़काव करें, पानी की टंकियों को ढक कर रखें, मच्छरदानी एवं पूरी आस्तीन के कपड़ों का उपयोग करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है