Dhanbad News : बस्ताकोला. चार नये श्रम कानून के खिलाफ संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में केंद्रीय यूनियन के नेताओं ने कुसुंडा क्षेत्र की धनसार विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में बुधवार को आहूत आंदोलन से पूर्व मंगलवार को कार्यशाला सह सभा का आयोजन किया. इस दौरान बीसीकेयू के संयुक्त महामंत्री हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि केंद्र सरकार के लाये चार लेबर कोड के कारण मोदी सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. पांच दिसंबर को यूनियन के वरीय नेता दिल्ली में आगे की रणनीति पर बैठक करेंगे. आरसीएमयू के एके झा ने कहा कि वर्ल्ड बैंक से केंद्र सरकार ने 31 हजार करोड़ का लोन लेकर बिहार चुनाव से पहले लोगों को 10-10 हजार रुपया रोजगार के नाम पर बांटा. लोन लेने से पहले आइएमएफ ने केंद्र सरकार पर दबाव दिया कि निजी कंपनी मालिक हित में चार श्रम कोड को पास करना होगा. कोयला उद्योग से जुड़े मजदूरों के सामने नये चार श्रम कानून को स्वीकार करना, एक व्यक्ति के सामने आत्महत्या करने के बराबर होगा. वहीं मिथिलेश सिंह ने कहा कि देश के कोयला मजदूरों के साथ-साथ देश के तमाम मजदूरों को एक होकर केंद्र सरकार के खिलाफ सड़क से सांसद तक आंदोलन करना होगा. जेश्रसं के राजू सिंह व कमलेश पासवान ने कहा कि काले कानून के किसान आंदोलन की तरह आंदोलन करना होगा, तभी मजदूरों की जीत होंगी. केआइएमपी के एसएस दे ने कहा कि नये श्रम कानून से अब मजदूरों के हित में हड़ताल करना बी मुश्किल हो जायेगा. संचालन उमा चौहान ने किया. मौके पर जमसं के विनय सिंह, एसएन तिवारी, मानस चटर्जी, एएम पाल, छोटू राम, नंदलाल महतो, भोला पासवान, कमलेश पासवान, सोनू कुमार, कुंवर सिंह, सोनू पासवान, भूषण महतो, मोहन राम, अनिल विश्वकर्मा, उमेश पासवान, चंद्रिका पासवान, रवींद्र सिंह, विवेक कुमार, अमित झा, रतन घोष आदि ने संबोधित किया.
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