Dhanbad News : झरिया.
लक्ष्मीनिया मोड़ स्थित रानी सती मंदिर प्रांगण में बुधवार को दो दिवसीय मंगसीर नवमी महोत्सव का शुभारंभ मंगल पाठ से हुआ. इस दौरान 201 महिलाओं ने लाल वस्त्र धारण कर पूरी भक्तिभाव से मंगलपाठ किया. पंडित मुन्ना शास्त्री ने विधिवत दादी जी की पूजा-अर्चना की. इसके बाद अलौकिक शृंगार किया गया और अखंड ज्योत जलायी गयी. मंगलपाठ वाचक सरिता जालुका व सरोज शर्मा ने भजनों के साथ मंगलपाठ की शुरुआत की. साथ ही दादी जी के जन्म से लेकर सती होने तक की गाथा सुनायी. इस अवसर पर मंदिर में रानी सती दादी जी का दरबार भव्य रूप से सजाया गया. सुबह से शाम तक चले मंगल पाठ के दौरान श्रद्धालुओं ने दादी जी के जयकारे भी लगाये. मंगल पाठ के बाद सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया. स्थानीय भजन मंडली ने गजानंद आ जाओ…. गणेश वंदना के साथ भजन कार्यक्रम किया. इस दौरान ‘झुंझुनूं की सेठानी निहाल करसी, मांग ले दादी से मालामाल करसी…, देने वाली एक है मांगन वाला अनेक है…, मईया है थ्हारी महिमा अपार, भक्त करे थ्हारी जय जयकार., जैसे दादी जी के भजनों पर देर रात तक भक्त झूमते रहे. भजनों के बाद दादीजी की आरती की गयी. गुरुवार को प्रातः छह बजे मंगल आरती व पंचधारी भोग का पूजन किया जायेगा. आठ बजे बुंदिया भोग, खीर पूड़ा भोग दादीजी को लगा कर 10 बजे प्रसाद का वितरण किया जायेगा. शाम 5:30 बजे दादी जी का भव्य शृंगार एवं सामूहिक छप्पन भोग लगाया जायेगा. महोत्सव को सफल बनाने में द्वारका प्रसाद गोयनका, अरुण झुनझुनवाला,छेदी लाल तुलस्यान, नथमल अग्रवाल, सत्यनारायण भोजगढ़िया, अनिल खेमका, नरेश अग्रवाल, संदीप सांवरिया, अनिल चौधरी, निशांत गोयनका, रामचंद्र अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, आलोक अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, संजय झुनझुनवाला आदि सदस्य सक्रिय रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

