राजगंज में हादसा. ग्रामीण कर रहे तलाश, प्रशासन बेखबर
ग्रामीणों ने एक बच्चे को बचाया
सांप देखने कुआं के समीप गये थे
खड़ा होते ही जजर्र दीवार ढही
देर रात तक जारी था बचाव कार्य
राजगंज : राजगंज में गुरुवार को हुई मॉनसून की पहली बारिश आफत लेकर आयी. दलुडीह घटवार टोला स्थित पंचायत सचिवालय के समीप वर्षो पुराने सिंचाई कु एं की दीवार ध्वस्त होने से इसमें चार बच्चे दब गये. घटना शाम चार बजे की है. ग्रामीणों ने इनमें से एक बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया, जबकि तीन मलबा में दबे हैं. बचाये गये बच्चे का नाम मुकेश राय (10), पिता संजय राय है. बच्चों को बाहर निकालने के लिए ग्रामीण युद्धस्तर पर बचाव कार्य चला रहे हैं. कुएं का पानी निकालने के लिए तीन मोटर पंप लगाये गये हैं.
सूचना मिलने के बाद धनबाद से दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा, लेकिन रास्ता सही नहीं होने के कारण वह घटनास्थल पर नहीं पहुंच सका और वापस लौट गया. हादसे के एक घंटे बाद राजगंज पुलिस मौके पर पहुंची. कुछ समय गुजारने के बाद वह भी लौट गयी. रात लगभग 11.30 बजे तक जिला प्रशासन को कोई व्यक्ति घटनास्थल पर नहीं पहुंचा था.
कैसे हुई घटना : मौत के मुंह से बच निकले मुकेश राय ने बताया कि वह तथा मुहल्ले के राहुल (बड़का) तथा रोहित (छोटका) दोनों भाई और सुधाकर बारिश रुकने के बाद कु आं के समीप खेल रहे थे. इसी दौरान कुएं के पास एक साथ कई सांप नजर आये. वे लोग इसे देखने कुएं के पास गये. कुएं की दीवार जिस पर वे लोग खड़े थे, धंस गयी और वे लोग नीचे गिर गये. मुकेश तैरना जानता था, इसलिए वह पानी के ऊपर आ गया. बाद में ग्रामीणों ने उसे बचा लिया. घटना की खबर पाकर जुड़वां भाई राहुल-रोहित के पिता एतवारी राय बच्चों को बचाने कुआ में छलांग लगा दिये. पीछे से कई ग्रामीण भी कूद पड़े. इसी बीच एतवारी की पत्नी ने अपनी साड़ी खोलकर कुएं में डाली, जिसके सहारे मुकेश बाहर निकला. मुकेश के अनुसार, उसके तीनों साथी कुएं के अंदर मिट्टी में दबे हैं.
बच्चों में एतवारी राय के जुड़वां पुत्र राहुल व रोहित (8) एवं हेमंत राय का पुत्र सुधाकर राय (7) हैं. इनका पता नहीं चला है. समाचार लिखे जाने तक कुएं में तीन मोटर पंप के जरिये पानी निकालने का कार्य चल रहा था. कुएं की गहराई 40 फीट है. इसमें 25 फीट पानी था. रात 11.30 बजे तक ग्रामीणों ने 20 फीट पानी निकाल लिया था. दीवार गिरने के बाद कुएं का व्यास 20 फीट से 40 फीट हो गया है. दो लोग बच्चों को निकालने कुएं में उतरे थे, लेकिन धंसान होने के कारण उन्हें बाहर निकलना पड़ा. जेनरेटर की रोशनी में राहत व बचाव कार्य देर रात भी जारी था. वहीं रुक-रुक कर बारिश भी हो रही थी. इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन का कोई व्यक्ति मौके पर नहीं पहुंचा है. मौके पर राजगंज थानेदार राजदेव शर्मा, दारोगा एमपी करमा पहुंचे, लेकिन बैरंग लौट गये.