9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

फहीम पुत्र इकबाल समेत तीन को 5-5 वर्ष कैद की सजा

धनबाद : स्व. डब्बू सिंह की बेटी शोभा सिंह पर जानलेवा हमले में सोमवार को अपर जिला व सत्र न्यायाधीश चौदह आलोक कुमार दूबे की अदालत ने गैंगस्टर फहीम खान के पुत्र इकबाल खान, साला रिंकू खान और भोलू खान को भादवि की धारा 307 में पांच वर्ष सश्रम कारावास और बीस हजार रुपये जुर्माना, […]

धनबाद : स्व. डब्बू सिंह की बेटी शोभा सिंह पर जानलेवा हमले में सोमवार को अपर जिला व सत्र न्यायाधीश चौदह आलोक कुमार दूबे की अदालत ने गैंगस्टर फहीम खान के पुत्र इकबाल खान, साला रिंकू खान और भोलू खान को भादवि की धारा 307 में पांच वर्ष सश्रम कारावास और बीस हजार रुपये जुर्माना, जबकि आर्म्स एक्ट की धारा 27 में तीन वर्ष कैद व पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनायी.
दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी. जुर्माना राशि शोभा सिंह को देय होगा. सजा के बिंदु पर अपर लोक अभियोजक अनिल कुमार झा ने बहस की. ज्ञात हो कि 17 अगस्त 2011 को शोभा अपनी मां के साथ दादी को देखकर वापस आ रही थी. उसी वक्त रेलवे लाइन के नीचे पावर हाउस के पास इकबाल, फहीम का साला रिंकू और भोलू ने घेर लिया. इकबाल बोला मर्डर केस उठाओ. उसके बाद इकबाल ने पीछे से शोभा पर गोली चला दी जो उसके बायें हाथ के ऊपर लगी थी. घटना के बाद शोभा ने बैंक मोड़ थाना में कांड संख्या 656/11 दर्ज कराया. केस के आइओ ने 22 अक्तूबर 2011 को इकबाल के खिलाफ चार्जशीट दायर किया.
अदालत ने 11 अप्रैल 14 को चार्ज फ्रेम कर केस का विचारण शुरू किया. केस विचारण के दौरान अभियोजन ने सात साक्षियों की गवाही करायी. इकबाल को पहली बार किसी मामले में सजा हुई है. गैंगस्टर फहीम खान जमशेदपुर जेल में बंद है.
धनबाद पुलिस ने नारायणपुर से जब्त की 13 बाइक दो बोलेरो और एक कार, ग्रामीणों ने िकया हंगामा
धनबाद : धनबाद पुलिस की स्पेशल टीम ने नारायणपुर से रविवार की रात छापामारी कर 13 बाइक, दो बोलेरो और एक कार जब्त कर धनबाद लायी है. मामले में छह लोगों को भी पूछताछ के लिये लाया गया था. नारायणपुर पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गयी. इसके विरोध में क्षेत्र के ग्रामीणों ने सोमवार को गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य मार्ग को करीब चार घंटे तक जाम कर विरोध प्रदर्शन किया.
पुलिस आश्वासन के बाद जाम हटा. धनबाद थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जो निर्दोष पाये जायेंगे, उन्होंने बाइज्जत छोड़ दिया जायेगा.
धनबाद स्पेशल टीम का नेतृत्व डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मुकेश कुमार, धनबाद थानेदार अशोक कुमार सिंह, सरायढेला थानेदार निरंजन तिवारी और भूली ओपी प्रभारी प्रवीण कुमार कर रहे थे.
विरोध हुआ तो चार लोगों को छोड़ा : पुलिस ने नारायणपुर थाना क्षेत्र के नुर्गी गांव निवासी कयूम अंसारी के घर से दो बोलेरो व दो मोटरसाइकिल एवं करमोई गांव निवासी गोरंगो दास के घर से एक मारुति एवं 11 मोटरसाइकिल जब्त की. पुलिस नुर्गी गांव निवासी फिरोज अंसारी, अलाउद्दीन अंसारी, कयूम अंसारी, रहुल अंसारी, भूचूंग अंसारी एवं असगर अंसारी को अपने साथ धनबाद ले आयी. सड़क जाम व विरोध को देखते हुए आनन-फानन में सत्यापन कर पुलिस ने कोई लोगों को छोड़ दिया है. धनबाद थाना में अभी नुर्गी गांव के कयूम अंसारी व फिरोज अंसारी है. कयूम अंसारी का कहना है कि उसने दे बोलेरो बरमसिया व बोकारो से खरीदी है. दो बाइक खरीदी है. वह पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री का काम करता है. Â फिरोज का कहना है कि उसके नाम का कोई दूसरा बाइक चोर है. वह बाइक चोरों से संबंध नहीं रखता है.
पुलिस पर ज्यादती का आरोप : करमोई गांव निवासी गोरंगो दास ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे यहां जो मोटरसाइकिल एवं वाहन थे, सभी के कागजात अलमारी में सुरक्षित थे. जिसे पुलिस ने जबरन तोड़ कर सारा कागजात निकाल कर अपने साथ ले गयी और साथ में अलमारी में रखे 30 हजार रुपये नकद एवं एक मोबाइल भी छीन ले गयी. विरोध करने पर पुलिस ने घर की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट की. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार एवं वरीय पदाधिकारियों से न्याय की मांग को लेकर सड़क जाम कर दी. घटना के बाद सूचना पाकर जामताड़ा के प्रभारी सार्जेंट मेजर वाल्मीकि सिंह, नारायणपुर अंचल इंस्पेक्टर हरेंद्र कुमार राय, नारायणपुर बीडीओ मो जहीर आलम एवं नारायणपुर के प्रभारी थाना प्रभारी ब्रज किशोर सिंह ने सड़क जाम हटवाया.
विरोध में ग्रामीणों ने गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य मार्ग को किया चार घंटे तक जाम
ग्रामीणों ने कहा-पुलिस ने जबरन बल प्रयोग कर निर्दोषों काे किया गिरफ्तार
पकड़े गये छह लोगों में से चार को पुलिस ने छानबीन कर छोड़ा, दो के खिलाफ जांच जारी, बाइक व चारपहिया की हो रही है जांच
भोले-भाले ग्रामीणों को साजिश कर फंसाया जा रहा : विधायक
मामले में जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि थाना खुला है जनता की सेवा के लिये या जनता से पैसा वसूली करने के लिये. पुलिस ने जो किया वह बहुत गलत है. डीजीपी से मुलाकात कर दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. जब नारायणपुर थाना प्रभारी स्वयं छापेमारी में शामिल थे तो सुबह कैसे छुट्टी पर चले गये. यह भी जांच का विषय है. कहीं न कहीं एक साजिश के तहत भोली-भाली जनता को फंसाया जा रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें