सारवां. सारवां सामुदायिक केंद्र सभागार में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बीके सिन्हा की देख रेख में पीएम टीबी मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सारवां और सोनारायठाढ़ी के सीएचओ, एएनएम, सहिया साथियों का एक दिवसीय टीबी (क्षय रोग) पहचान और सर्वे प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान एक जून से 31 अगस्त तक 100 दिन कैंपेन अभियान चला कर अपने क्षेत्र के शत प्रतिशत आबादी का स्क्रीनिंग करने का निर्देश दिया गया. वहीं, यक्ष्मा विभाग के डीपीसी छतिश्वर दास और अंकित भारद्वाज की ओर से टीबी रोग के लक्षण व पहचान की जानकारी देते कहा कि अगर दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी के साथ बलगम और खून आने पर उसे टीबी मरीज के रूप में चिह्नित करें, सस्पेक्टेड केस को सीएचसी लाएं और उसकी जांच की जायेगी. मरीज के बलगम जांच पॉजिटिव पाये जाने पर उसको जिले से मुफ्त इलाज किया जायेगा. कहा कि सर्वे कैसे दौरान शुगर के पेशेंट, 60 से अधिक उम्र के लोगों का भी सर्वे करने को निर्देश दिया. मौके पर क्षेत्र में एचआईवी प्लस मरीज की भी पहचान करने के साथ उसकी सूची बनाने को कहा गया. इस अवसर पर प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तारपूर्वक रोग के लक्षण व निदान के संबंध में जानकारी दी गयी. कहा कि हर हाल शत प्रतिशत स्क्रीनिंग के लक्ष्य को पाना है. कहा टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, इलाज से निश्चित छूटता है. बीमारी को छुपाएं नहीं वरण इलाज करायें. मौके पर लैब टेक्नीशियन उदय नारायण झा, सीएचओ संतोष प्रमाणिक, बिट्टू सिंह, बेबी कुमारी, प्रियंका भारती, आदित्य भारती, रंजीत लकड़ा, दीप्ति तिर्की, रानी कुमारी, श्वेता कुमारी, अर्चना कुमारी, बीटीटी ब्रम्हदेव वर्मा, लक्ष्मी देवी, शांति देवी, निभा कुमारी, मुद्रिका देवी, मंजू कुमारी, रेखा देवी, आराधना देवी, प्रेमलता देवी, एएनएम नीलम नायक, दीपा कुमारी, नीलम नायक, जया कुमारी, पम्मी कुमारी समेत सहिया साथी व एएनएम मौजूद थे. ————— सारवां सीएचसी में 100 दिन कैंपेन को लेकर हुई बैठक
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