पालोजोरी. विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पालोजोरी के एवरग्रीन मैदान में फुटबॉल प्रतियोगिता व संगोष्ठी का आयोजन हुआ. इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर समाजसेवी हाकिम टुडू व थाना प्रभारी सालो हेंब्रम, सिकटिया के मुखिया गोकुल सोरेन, कुंजबोना मुखिया लाल किशोर सोरेन व आदिवासी जागृति मंच अधिकारियों ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी की पहचान उसकी भाषा संस्कृति व रीति रिवाज से है. इसे हमें अक्षुण्ण रखने की जरूरत है. आज आदिवासी समाज में नशा का प्रचलन काफी बढ़ गया है. इससे हमें बचने की जरूरत है. खासकर आदिवासी युवा को इससे बचने व समाज के लिए बेहतर उदाहरण पेश करने की जरूरत है. युवा शिक्षा को अपना कर समाज में क्रांति ला सकते हैं. इससे पूर्व मंच के सदस्यों ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर राज्य भर में शोक की लहर है. इसलिए इस वर्ष सादगी पूर्ण तरीके से विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. वहीं, फुटबॉल प्रतियोगिता में जीबीसी घसको की टीम ने एमडीएफसी गिधनी कुरूवा को 4-0 से हरा कर विजेता का खिताब अपने नाम किया. इस प्रतियोगिता में कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था. विजेता व उपविजेता टीम को मंच की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया. प्रतियोगिता में जीबीसी घसको, फुलजोरी, एमडीएफसी गीधनी कुरूवा, जमाय टीम लडुवा, आदिवासी एफसी, पिलचू पेंथर्स, एफसी गातीकुरा, ब्रदर्स एफसी, एफसी कैरीजोर, एफसी लोकल व्बॉय, जयनगरा व अपना गांव है भाई टीम ने हिस्सा लिया था. मौके पर मंच के संयोजक गोकुल सोरेन, अध्यक्ष प्रेम हेंब्रम, कोषाध्यक्ष रामेश्वर हेंब्रम, अजय हेंब्रम, मानसिंह मरांडी, प्रदीप मुर्मू, सहदेव मुर्मू, राकेश सोरेन, बैजल टुडू आदि मौजूद थे. हाइलार्ट्स: विश्व आदिवासी दिवस पर फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन आदिवासी जागृति मंच के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन भाषा, संस्कृति व सामाजिक संरचना को बनाये रखने ली शपथ
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