संवाददाता, देवघर. संविधान दिवस पर जहां पूरे देश में संविधान की रक्षा और उसके मूल्यों को निभाने की शपथ ली गयी. वहीं दूसरी ओर झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सदस्यों ने संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा को लेकर अपनी आवाज बुलंद की, साथ ही केंद्र सरकार की ओर से लागू किये गये चार श्रम कानूनों के खिलाफ देशभर में विरोध कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए देवघर के सदर अस्पताल परिसर में संघ के सदस्यों ने उग्र प्रदर्शन किया. संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में काले कानून को वापस लेने की मांग की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि लगातार विरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने चारो श्रम कानूनों को मंजूरी दे दी, जो पूरी तरह पूंजीपतियों के हित में और श्रमिकों के शोषण को बढ़ावा देने वाला कदम है. इससे नौकरी की सुरक्षा खतरे में पड़ जायेगी, साथ ही उन्होंने कहा कि यदि जल्द कानून वापस नहीं लिये गये, तो देशभर के श्रमिक एकजुट होकर सरकार को उखाड़ फेंकने तक का आंदोलन करेंगे. मौके पर संयुक्त सचिव संजीव कुमार मिश्र, अनिल कुमार गुप्ता, पारस नाथ अंबे, संघर्ष मंत्री विभूति कुमार, विजय सिंह, प्रमोद सोरेन समेत अन्य थे.
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