प्रतिनिधि,जसीडीह. जसीडीह के रोहिणी जयनारायण चौक पर बुधवार को प्रखर स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय जयनारायण सिंह की 7वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. कार्यक्रम में भाजपा नेत्री सह निर्वतमान पार्षद रीता चौरसिया उनके परिजन व अन्य लोगों ने दिवंगत सिंह की तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही उनके संघर्ष व बलिदान को याद किया गया. कार्यक्रम के दौरान रोहिणी के 11 स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया गया. इस दौरान रीता चौरसिया ने कहा कि जयनारायण सिंह ने 1942 के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. अंग्रेजी हुकूमत ने आक्रोशित होकर उन्हें काला पानी तक की सजा दी थी. वे दुमका व देवघर के जेलों में रहे थे. आंदोलन में शामिल होकर देश को अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई में काफी योगदान दिये थे. वही स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि जयनारायण सिंह फरारी के समय कई दिनों तक जसीडीह के दिघरिया पहाड़ में कई रात बिताये थे देश की आजादी के बाद भारत सरकार की और से 1972 के दौरान उन्हें ताम पत्र देकर सम्मानित किया गया था. 2011 में उन्हें राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया था. वक्ताओं ने कहा कि रोहिणी अपने आप में इतिहास है. यह शहीदों का गांव है. यहां से कई स्वतंत्रता सेनानी हैं, जो हमेशा लोगों के दिल में बसते हैं. रोहिणी के हरेक चौक पर यहां के स्वतंत्रता सेनानी का आदम प्रतिमा स्थापित कर उनके नाम से चौक का नाम होना चाहिए. इस मौके पर बीरबल पांडे, सुरेश ठाकुर, लंबोदर मिश्रा, रामाकांत सिंह, संतोष वर्णवाल, शंकर राउत, राजू यादव, मुरारी पांडे, सुबोध झा, सुधीर पांडे, सचिन दास आदि मौजूद थे.
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