संवाददाता, देवघर : भक्ति, वैदिक अनुष्ठान और दिव्यता से शनिवार को सत्संग आश्रम सराबोर हो गया. श्रीश्री आचार्यदेव अर्कद्युतीय चक्रवर्ती के 58वें जन्मोत्सव की शुरुआत बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ की गयी. इस दौरान स्वस्त्ययन महायज्ञ, संगीतांजलि, नाम संकीर्तन और सामूहिक ध्यान से आश्रम का वातावरण पूरी तरह ठाकुरमय हो उठा. देश के कोने-कोने से आए हजारों अनुयायियों की उपस्थिति में दो दिवसीय महोत्सव की भव्य शुरुआत हुई, जो आध्यात्मिक ऊर्जा और समर्पण की अद्भुत मिसाल बनी.
शनिवार की सुबह को ब्रह्म मुहूर्त में शंख ध्वनि से श्रीश्री आचार्यदेव के जन्म के शुभ क्षण की घोषणा की गयी. इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंगलारंभ किया गया. वहीं सुबह 4:54 बजे उषा-कीर्तन के साथ सत्संग परिसर भक्तिमय माहौल बन गया, साथ ही समवेत प्रार्थना के बाद प्रणाम निवेदन व श्रीश्री ठाकुर का अमीय ग्रन्थ पाठ हुआ. इसके बाद सुबह 6:30 बजे वेद भवन में आचार्य देव के स्वास्थ्य जीवन की कामना के लिए कलश की पुनः स्थापना के बाद विशेष पूजा-अर्चना और वेद-भवन में स्वस्त्ययन महायज्ञ का आयोजन किया गया. इस यज्ञ के माध्यम से श्रीश्री आचार्यदेव के स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना की गयी. इसके बाद प्रणाम और श्रीश्री ठाकुर के दिव्य संदेशों का वाचन हुआ. वहीं सुबह आठ बजे सत्संग आश्रम के बड़े नाट्य मंडप में संगीतंजलि का आयोजन किया गया. सुबह नौ बजे से आचार्य देव को प्रणाम करने देश-विदेश से आये अनुयायी की भीड़ लगी रही. इसके बाद 10 बजे श्रीश्री ठाकुर और श्रीश्री बड़ मां की पूजा और भोग अर्पित किये गये. वहीं दोपहर में हजारों की संख्या में आये अनुयायियों ने आनंद बाजार में प्रसाद ग्रहण किये. दोपहर तीन बजे बड़े नाट्य मंडप में सत्संग नाम संकीर्तन की आयोजन किया गया, जिसमें लोग ठाकुरमय हो गये.रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
शाम 6:32 बजे संध्याकालीन सामूहिक प्रार्थना और प्रणाम किया गया. वहीं सामूहिक ध्यान तथा श्रीश्री ठाकुर के दिव्य संदेशों का वाचन किया गया. रात आठ बजे कोलकाता के अग्नी बैंड की प्रस्तुति की गयी. इसके बाद रात 8:30 बजे श्रीश्री ठाकुर और श्रीश्री बड़ मां को भोग अर्पित करने के साथ ही आनंद बाजार में रात्रिकालीन प्रसाद वितरण किया गया. सत्संग आश्रम के कार्यक्रम में बंगाल, बिहार, झारखंड, ओड़िशा, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा समेत अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में अनुयायी पहुंचे हैं.कैंप में हजारों लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच
श्रीश्री आचार्यदेव के जन्मोत्सव के पहले दिन सुबह सात बजे से मनोमोहिनी धाम परिसर में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. इस विभिन्न राज्यों से आये गुरुभाई डॉक्टरों ने अपनी सेवा दी और हजारों लोगों की स्वास्थ्य जांच की. इस दौरान खून की जांच, इसीजी व अन्य प्रकार की जांच भी की गयी. इसके बाद मरीजों को दवा दी गयी. इसमें हार्ट, किडनी, दिमाग, आंख, कान, गला, हड्डी, लिवर, चर्म राेग, फेफड़ा, पेट की समस्या समेत अन्य सभी प्रकार की समस्या का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों ने किया.
हाइलाइट्ससत्संग आश्रम के आचार्य देव अर्कद्युतीय चक्रवर्ती का दो दिवसीय जन्मोत्सव शुरू
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