मधुपुर. शहर के पथलचपटी स्थित स्वयंसेवी संस्था प्रेरणा भारती परिसर में शनिवार को महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर देश के संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर संस्था सचिव कल्याणी मीणा व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. वहीं, संस्था सचिव मीणा ने कहा कि बाबा साहब की जीवनी और उनका कृतित्व हमारे लिए बेहद अनुकरणीय है. बाबा साहेब ने छुआछूत और भेदभाव के अपमान का दंश सहते हुए अपने आप को स्थापित किया. इसके बाद में भारत के संविधान निर्माता भी बने, जिन्होंने संविधान में हर जाति धर्म और वर्ग समुदाय के विकास का समुचित प्रावधान रखा है. अरुण कुमार निर्झर ने कहा कि बाबा साहब की जिंदगी संघर्षों की एक गाथा है, जिन्होंने प्रताड़ना के घूंट पीकर भी शिक्षा प्राप्त किया. उन्होंने 26 प्रकार की डिग्री हासिल कर अपनी श्रेष्ठता साबित की और समाज के दलित और कमजोर वर्गों को संदेश दिया. उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का शपथ लेने का है. इसके अलावा माया देवी अनुपम संतोषी कविता आदि ने भी अपने विचार रखें. कार्यक्रम को सफल बनाने में आफताब, वहीदा, रुखसार, सिमोती, छोटू मुंडा, बशीर मरांडी आदि मौजूद थे.
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