जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पीके यादव सारवां पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया. ग्रामीणों ने बताया कि विजय मंडल मचान पर बैठ कर दीवार का प्लास्टर कर रहा था. इसी दौरान अचानक हाई वोल्टेज का जर्जर तार उस पर गिर गया. जिसकी चपेट में आने से करंट से विजय का आधा से अधिक शरीर का हिस्सा बुरी तरह जल गया. वह तड़पने लगा जिसे देख ग्रामीण बिजली विभाग के प्रति काफी आक्रोशित हो गये एवं विभाग के विरुद्ध नारे लगाने लगे. गांव वाले मांग कर रहे थे कि यह तार काफी पुराना है एवं जर्जर हो गया है. अक्सर टूट कर गिरता रहता है. ये तो गनीमत थी कि स्कूल की छुट्टी आघा घंटे पूर्व हो गयी थी, नहीं तो इस मार्ग से सैकड़ों छात्र-छात्राएं स्कूल से घर लौटते हैं.
बताया जाता है कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजली सप्लाई के लिये अलग-अलग फीडर में बिजली को नियंत्रण करने के लिये वीसीबी वैक्यूम स्पीड ब्रेकर स्विच लगा है जिसमें अधिकांश लगने के बाद से ही विभाग की अनदेखी के कारण सबस्टेशन निर्माण के बाद से ही खराब पड़ा हुआ है. यदि ये ठीक रहता तो लाइन फाल्ट होने के बाद अपने आप कट जाता एवं इतनी बड़ी घटना नहीं होती. परंतु दुर्भाग्य के कारण आज एक गरीब ग्रामीण जिंदगी एवं मौत से लड़ रहा है. ग्रामीणों की मानें तो एेसी घटना अक्सर सारवां थाने के विभिन्न गांवों में घटती रहती है. हाइवोल्टेज बिजली तार टूट कर गिरने से कइयों की मौत भी हो चुकी है.
गांव वालों का कहना है कि तार में कई जगह गांठ एवं जवाइंट है जो अक्सर स्पार्क कर जल जाता है. अगर बिजली विभाग का यही रवैया रहा तो इन जर्जर तारों से भयंकर घटना हो सकती है. अविलंब विभाग इन तारों को चेंज कराये.