मोबाइल चोरी के आरोप में
देवघर : मोबाइल चोरी के आरोप में जटाही निवासी इंजीनियरिंग के छात्र ने अपने दोस्त की मदद से बिहार अंतर्गत बक्सर के तीन छात्रों को बंधक बना लिया. तीनों को दोस्त के घर कृष्णापुरी मुहल्ले में करीब 12 घंटे तक बंधक बनाये रखा.
इस दौरान बंधक बनाये छात्रों से उनके अभिभावकों को मोबाइल पर फोन कराया और अपने मोबाइल की कीमत 31 हजार रुपया बैंक अकाउंट में जमा कराने कहा. इसके लिये आरोपित इंजीनियरिंग के छात्र ने अपना बैंक एकाउंट का नंबर भी बक्सर निवासी छात्रों के अभिभावकों को मोबाइल पर देते हुए रुपया जमा करने कहा था.
इसके बाद ही बंधक बनाये छात्रों को मुक्त करने की बात कही थी. बंधक बने छात्रों में से एक के अभिभावक बक्सर प्रखंड कार्यालय में लिपिक हैं. उन्होंने मामले की जानकारी अपने बीडीओ अमरेश कुमार को दिया. इसके बाद बक्सर बीडीओ ने देवघर पुलिस के अधिकारियों से मोबाइल पर संपर्क स्थापित कर घटना की जानकारी दी और बंधक बने छात्रों को मुक्त कराने का आग्रह किया. सूचना मिलते ही पुलिस के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर नगर पुलिस हरकत में आयी. बक्सर बीडीओ से प्राप्त बैंक अकाउंट नंबर व दो मोबाइल नंबर के आधार पर जटाही, रांगा मोड़ व कृष्णापुरी मुहल्ले में इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय व नगर थाना प्रभारी एनडी राय के नेतृत्व में छापेमारी की गयी.
करीब साढ़े छह बजे शाम में कृष्णापुरी निवासी छात्र प्रतीक के घर से बंधक बने छात्रों को पुलिस ने बरामद कर लिया. मौके पर प्रतीक व इंजीनियरिंग के छात्र जटाही निवासी शुभम शांति को पुलिस ने हिरासत में लिया. मुक्त हुए बक्सर के तीनों छात्रों समेत आरोपित छात्रों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी है.
क्या है मामला
गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज लुधियाना में बीटेक प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले जटाही मुहल्ला निवासी शुभम शांति दुर्गा पूजा की छुट्टी में घर आ रहा था. इस क्रम में वह पंजाब मेल ट्रेन के स्लीपर से जसीडीह आ रहा था. रास्ते में बक्सर स्टेशन पर उसी जिले के अजरुनपुर निवासी महेंद्र प्रसाद, भीम कुमार व उसके फूफेरे भाई कनक नारायणपुर निवासी अमित शंकर कुमार भी उसी बोगी में सवार हुए. तीनों छात्र दुर्गापूजा में हावड़ा घूमने जा रहे थे. किउल स्टेशन के समीप ट्रेन पहुंची तो शुभम ने अपने 31 हजार की मोबाइल फोन चोरी की बात कहते हुए इन तीनों पर आरोप लगाया. तीनों का बैग भी सर्च किया.
इसके बाद अपने दोस्त कृष्णापुरी निवासी प्रतीक को कॉल कर जसीडीह स्टेशन पर बुला रखा था. जसीडीह स्टेशन पर अहले सुबह ट्रेन पहुंची तो तीनों को उतार लिया और ऑटो से सुबह करीब छह बजे प्रतीक का घर ले आया. दिन भर तीनों को साथ में प्रतीक के घर पर ही रखा रहा. इस दौरान उन तीनों छात्रों के अभिभावकों को कॉल कर चोरी गयी मोबाइल के एवज में 31 हजार रुपया बैंक खाते में जमा कर दिया. इस क्रम में शुभम ने अपना बैंक खाता का नंबर भी उन छात्रों के अभिभावकों को दिया था. बाद में छानबीन के क्रम में पुलिस को पता चला कि शुभम द्वारा दिये गये बैंक एकाउंट उसकी मां के नाम से है. शुभम के पिता फिलहाल गांव गये हैं.
वहीं प्रतीक भी घर में अकेला था. उसके मां-पिता भी सोमवार सुबह को ही गांव के लिये निकले थे. पुलिस जब प्रतीक के घर के पास पहुंची तो लाइट बंद कर परदा वगैरह खींच दिया था. अंधेरे का फायदा उठा बंधक बने अमित व महेंद्र पहले दौड़ कर बाहर निकला. इसके बाद पुलिस अंदर गयी और शुभम व प्रतीक को दबोच लिया. मामले की सूचना पाकर डीएसपी मुख्यालय नवीन शर्मा व एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय भी छात्रों से पूछताछ के लिये थाना पहुंचे.
बक्सर के तीन छात्र पंजाब मेल ट्रेन से आ रहे थे. लुधियाना से आ रहे इंजीनियरिंग छात्र ने उनलोगों पर मोबाइल चोरी का आरोप लगा कर जसीडीह में उतार लिया. कृष्णापुरी में दोस्त के घर तीनों को सुबह से रखा था. इसकी सूचना पाकर पुलिस ने सभी को पूछताछ के लिये थाना लाया है.
अरविंद उपाध्याय, नगर इंस्पेक्टर