लोकायुक्त से निगरानी जांच कराने की मांग
देवघर : आरइओ से राज्य संपोषित योजना के तहत निर्मित कई सड़कों का बुरा हाल है. आरइओ से अगस्त 2015 में राज्य संपोषित योजना से देवघर-सारवां मुख्य पथ से असनपुर, घोडदौड़ा , दोनिहारी व कर्णकोल तक दो करोड़ लागत से सड़क का निर्माण हुआ था. नौ माह में इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ. चार किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण के दौरान ही अलकतरा उखड़ने लगा, ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभाग से की थी. लेकिन शिकायत के बावजूद इसमें सुधार नहीं हुआ. सड़क का अलकतरा वाला हिस्सा पूरी तरह उखड़ गया है.
सड़क के पत्थर पूरी तरह बाहर निकल गया है, जिससे इस सड़क पर चलना भी मुश्किल हो गया है. असनपुर के नीरज दुबे ने कहा कि इससड़क की हालत ऐसी हो गयी है कि पैदल चलना भी मुश्किल है, इससे बेहतर तो मिट्टी की सड़क थी. सड़क निर्माण के नाम पर केवल खानापूर्ति हुई व दो करोड़ रुपये खर्च हो गये. सड़क की सबसे खराब स्थिति घोड़दौड़ा पुल व असनपुर के पास है. इस सड़क का निर्माण एमकेएस कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किया है. असनपुर गांव के रहने वाले अरविंद दुबे ने लोकायुक्त से इस सड़क के निर्माण की निगरानी जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण में शुरू से ही गुणवत्ता की अनदेखी हुई है, विभागीय मिलीभगत से ठेकेदार ने निर्माण में केवल खानापूर्ति की है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस सड़क का निर्माण कार्य तीन साल पहले पूरा हो चुका है. राज्य संपोषित योजना की सड़क की मेंटेनेंस अवधि तीन वर्ष तक है. मेरे कार्यकाल में सड़क निर्माण की शिकायत नहीं हुई थी. फाइलों की जांच होगी व ठेकेदार की जिम्मेवारी बनती है तो कार्रवाई की जायेगी. जेइ को इस सड़क का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया, इसकी मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा.
– विजय कुमार सर्राफ, कार्यपालक अभियंता, आरइओ, देवघर