देवघर: डाक विभाग में भर्ती घोटाले के मामले में गुरुवार को सीबीआइ की देवघर व सारठ में छापेमारी हुई. सीबीआइ के अधिकारियों ने डाक विभाग के रिटायर्ड ओवरसीयर मनमोहन तिवारी का देवघर के शहीद आश्रम रोड व सारठ के बभनगामा गांव स्थित आवास में छापेमारी की.
छामेमारी में सीबीआइ (धनबाद) के अधिकारी शामिल थे. दो अलग-अलग टीम ने करीब ढाई घंटे तक मनमोहन तिवारी के दोनों घर की तलाशी ली. तिवारी के खिलाफ सीबीआइ के पास सर्च वारंट था. छापेमारी के दौरान सीबीआइ को कई दस्तावेज भी हाथ लगे हैं. सीबीआइ अधिकारियों के अनुसार 2011 में डाक विभाग में जीडीएस पद पर भर्ती में घोटाले का एफआइआर दर्ज हुआ है. इस दौरान मनमोहन तिवारी के पुत्र की बहाली भी हुई थी. तिवारी के पुत्र की पोस्टिंग सरसा (पालोजोरी) में है. बहाली के दौरान मनमोहन तिवारी ओवरसीयर पद पर कार्यरत थे.
सीबीआइ इस बात की जांच कर रही है कि श्री तिवारी ने पद का दुरुपयोग करते हुए कहीं पुत्र को नौकरी तो नहीं दिलायी. 2011 में जामताड़ा व गिरिडीह में डाक विभाग में बड़े पैमाने पर जीडीएस पद पर बहाली हुई थी. गुरुवार को सीबीआइ का छापा गिरिडीह में भी डाक विभाग के इंस्पेक्टर के आवास पर पड़ा. छापेमारी में सीबीआइ के देवघर कैंप कार्यालय के अधिकारी भी सहयोग में थे. छापेमारी के बाद सीबीआइ अधिकारियों की टीम वापस धनबाद लौट गयी.
मेरे पुत्र की बहाली संबंधित मामले में सीबीआइ अधिकारी छापेमारी में आये थे. पुत्र की बहाली का मामला कोर्ट में है. सर्च में सीबीआइ को कुछ नहीं मिला है. जांच में सीबीआइ अधिकारियों को पूरा सहयोग करेंगे’
– मनमोहन तिवरी, रिटायर्ड ओवरसीयर (डाक विभाग)