देवघर : एम्स स्थल पर रास्ते को लेकर हुए विवाद में देवीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर व सुलतानपुर गांव के लोगों में जमकर मारपीट हुई. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर तलवार, फरसा व रड से हमला कर घायल करने का आरोप लगा रहे हैं. एक पक्ष से रामपुर गांव निवासी विजय राज सिंह, सीताराम सिंह, शिवराम सिंह, प्रणव कुमार सिंह, प्रकाश कुमार सिंह व राजेश कुमार सिंह घायल हुए हैं.
वहीं दूसरे पक्ष से सुलतानपुर गांव निवासी गोपाल सिंह, जानकी सिंह, सावित्री देवी, सुगिया देवी, लालदेव सिंह व सनोका देवी घायल हो गये. इलाज के लिए दोनों पक्ष के घायलों को सदर अस्पताल लाया गया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने दोनों पक्ष के एक-एक घायल सीताराम व गोपाल की हालत गंभीर बतायी है. पहले पक्ष के प्रणव ने बताया कि एम्स में रामपुर गांव की करीब 200 एकड़ जमीन गयी है. प्रशासन को उनलोगों ने सहयोग किया.
सुलतानपुर गांव के लोग उनलोगों को हमेशा कहते हैं कि क्यों नहीं काम रोका. उनलोगों ने अधिगृहित जमीन से प्रशासन द्वारा सड़क मांगा तो सुलतानपुर वालों ने कहा कि इस रास्ते से निकलने पर वे लोग जान मार देंगे. सुबह में सीताराम ट्रेन पकड़ने शंकरपुर जा रहा था, तभी सुलतानपुर वालों ने तलवार से हमला कर दिया. यह सुनकर वे लोग सीताराम को बचाने पहुंचे तो उनलोगों पर भी फरसा, रड व तलवार से हमला कर घायल किया गया. दूसरे पक्ष के लालदेव ने बताया कि रामपुर वालों ने सोमवार को सड़क कटवाकर बंद करा दिया.
गांव वालों ने विरोध किया तो शाम में ही बीडीओ व थाना प्रभारी ने आकर गड्ढ़े भरवा दिये. रात में ही उनलोगों ने झगड़े की प्लानिंग शुरू की थी. सुबह में महिलायें तालाब तरफ जा रही थी तभी अचानक रामपुर वालों ने मारपीट शुरू कर दी. यह सुनकर गांव के पुरुष उनलोगों को समझाने गये तो फरसा, रड से हमला कर घायल कर दिया. दूसरे पक्ष का कहना है कि उनलोगों ने एम्स का विरोध नहीं किया है.
एम्स निर्माण में सहयोग कर रहे हैं. पहले ग्रामीणों को रास्ता दे, तब पुरानी राह को बंद करें. दोनों पक्षों ने बताया कि मामले की शिकायत देवीपुर थाने में दे दी है. उधर, सारवां इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि देवीपुर थाने को एक पक्ष की शिकायत मिली है. इंस्पेक्टर के अनुसार मारपीट में एक ही पक्ष के लोग घायल हुए हैं.