देवघर: नगर थानांतर्गत बुद्धराम साह चौक के समीप से बासुकिनाथ तक चलने वाली ऑटो वालों से रंगदारी वसूली करते पुलिस ने एक युवक को रंगेहाथ दबोचा. उक्त युवक की निशानदेही पर नगर पुलिस ने मामले के एक सरगना को भी गिरफ्तार किया. पकड़े गये मोहनपुर थाना क्षेत्र के घुठिया निवासी उमेश यादव से पूछताछ के बाद थाना प्रभारी एनडी राय के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
दर्ज मामले में उमेश सहित पिंटू नरौने उर्फ सुजीत कुमार नरौने व विकास खवाड़े को आरोपित बनाया गया है. पुलिस ने उमेश की निशानदेही पर छापेमारी कर पिंटू नरौने को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपितों को मंगलवार की दोपहर में पुलिस ने कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.तीसरे आरोपित विकास की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 298/14 भादवि की धारा 385, 387 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.
लगातार शिकायत मिल रही थी पुलिस को : पांच-सात दिनों से कुछ रंगदारों द्वारा बासुकिनाथ समेत अन्य स्थानों की तरफ चलने वाले ऑटो से कमीशन के तौर पर रंगदारी वसूली की शिकायत मिल रही थी. समय-समय पर पदाधिकारियों को भेज कर व स्वयं पहुंच कर सत्यापन किया. मामला सत्य पाया गया.
एसडीपीओ के निर्देश पर हुई छापेमारी : एसडीपीओ अनिमेष नैथानी के निर्देश के बाद इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय के नेतृत्व में थाना प्रभारी एनडी राय सशस्त्र जवानों के साथ बुद्धराम साह चौक पहुंचे. सभी ऑटो पर सादे लिबास में यात्री बन कर बैठे थे. उमेश ने ऑटो को रोक कर 35 रुपये रंगदारी मांगी. चालक से बाताबाती होने लगी. उमेश ने दो को फोन कर बुलाया. चालक को मारपीट कर पैसा निकालने लगे. पुलिस उतरी और उमेश को दबोच लिया. किंतु दोनों भाग गये. उमेश के पास से पुलिस ने नौ गाड़ी से वसूले गये 315 रुपये बरामद किया है.
मामले में सफेदपोश का संरक्षण : नगर थाने में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसडीपीओ ने मामले की जानकारी दी. उन्होंने कहा सरगना पिंटू नरौने के इशारे पर वसूली हो रही थी. वसूली का 20 रुपया उमेश रखता था. बाकी के 15 रुपये में खुद रखता था और विकास को भी शेयर देता था. एसडीपीओ ने कहा यह भी जानकारी मिली है कि अवैध कारोबार में किसी सफेदपोश का संरक्षण प्राप्त था. उक्त सफेदपोश के भूमिका की जांच हो रही है.