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देवघर में होगा 86 हजार मीट्रिक टन मछली उत्पादन, 1278 तालाबों की होगी बंदोबस्ती
देवघर : मत्स्य विभाग से जिले के 1278 तालाबों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस वर्ष देवघर में 86 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है. बरसात से पहले 15 जून तक इन तालाबों की बंदोबस्ती कर ली जायेगी. इन तालाबों में मछली पालन के लिए मत्स्य […]
देवघर : मत्स्य विभाग से जिले के 1278 तालाबों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस वर्ष देवघर में 86 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है. बरसात से पहले 15 जून तक इन तालाबों की बंदोबस्ती कर ली जायेगी. इन तालाबों में मछली पालन के लिए मत्स्य पालन समिति को तालाब की बंदोबस्ती दी जायेगी.
जिले में कुल 14 मत्स्य पालन समिति है. देवघर व मोहनपुर प्रखंड में दो व अन्य आठ प्रखंड में एक-एक मत्स्य पालन समिति है. पूर्व से रजिस्टर्ड मत्स्य पालन समिति काे सहकारिता विभाग से स्वच्छता प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है. मत्स्य विभाग ने बंदोबस्ती प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तालाबों का दर निर्धारित किया है.
अगर समिति तालाब की बंदोबस्ती नहीं लेती है तो तालाबों की खुली नीलामी होगी.आप भी कर सकते हैं मछली पालन : मत्स्य विभाग से सूचीबद्ध तालाब में मछली पालन के उद्योग से जुड़ने के लिए केवल मछुआरा ही नहीं, आम लोग भी जुड़ सकते हैं. तालाब की बंदोबस्ती प्राप्त करने के लिए लगभग 50 लोगों की मत्स्य पालन समिति बनानी होगी.
समिति के प्रति सदस्यों काे 111 रुपये सदस्यता शुल्क देना होगा. समिति का को-ऑपरेटिव बैंक में खाता खुलेगा, इस समिति में राशि जमा होगी. समिति का रजिस्ट्रेशन के लिए सहकारिता विभाग में आवेदन जमा करना होगा. समिति का रजिस्ट्रेशन सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक द्वारा की जायेगी. रजिस्ट्रेशन होने के बाद तालाब की बंदोबस्ती प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं.
जिले में अभी 14 मत्स्य पालन समिति रजिस्टर्ड है. समिति को पत्र के जरिये सूचित किया जा चुका है. 15 जून तक सभी दस्तावेज जमा करने को कहा गया है, उसके बाद निर्धारित दर पर तालाबों की बंदोबस्ती समिति के नाम से की जायेगी.
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