चतरा. शहर के गुदरी बाजार स्थित ज्या डेंटल क्लिनिक में इलाज के दौरान गंधरिया पंचायत अमडीहा गांव निवासी महिला गोमती देवी (पति-स्व कृष्ण मुरारी मिश्रा) की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. वह लोजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह समाजसेवी पंकज कुमार मिश्रा की मां थी. पंकज मिश्रा ने बताया कि उनकी मां के दांत में दर्द की शिकायत थी. वह मां को लेकर बुधवार की सुबह ज्या डेंटल क्लिनिक पहुंचे. यहां काफी इंतजार के बाद दोपहर में इलाज शुरू हुआ. इलाज के दौरान डॉक्टर ने दो इंजेक्शन लगाये. इनमें एक इंजेक्शन की सूई (नीडल) शरीर में ही टूट गयी. मरीज को कुछ देर बाद दवा देकर घर भेज दिया गया. घर पहुंचते ही महिला को चक्कर आने लगी और बेचैनी महसूस होने लगी. परिजनों तुरंत क्लिनिक से संपर्क किया, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि जो दवा दी गयी है, उसे खिला दें. दवा देने के बाद महिला की हालत और बिगड़ गयी. परिजनों ने तत्काल 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस आने में काफी देर हुई. इस बीच डेंटल डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन वे नहीं पहुंचे. बाद में महिला को सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर विधायक जनार्दन पासवान सदर अस्पताल पहुंचे और उपायुक्त से मामले की जांच कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पंकज मिश्रा ने इस घटना के लिए डेंटल डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए उपायुक्त से कठोर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही से उनकी मां की जान गयी है. शव पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी अस्पताल हजारीबाग भेज दिया गया. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ पंकज कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का स्पष्ट कारण पता चल पायेगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. चिकित्सक ने आरोप को बताया निराधार: डेंटल डॉक्टर ज्या ने कहा कि परिजनों का लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. दांत दर्द की दवा दी गयी थी. इंजेक्शन नहीं लगाया गया था. दर्द की दवा से मौत नहीं हो सकती है. जब इलाज कराने महिला को लाया गया था, तब उसकी स्थिति ठीक नहीं थी. सिर्फ दवा देकर घर भेज दिया गया.
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