चतरा. हंटरगंज प्रखंड के मीरपुर पंचायत के कई ग्रामीणों ने शुक्रवार को उपायुक्त कीर्तिश्री जी को आवेदन देकर पंचायत में 15वीं वित्त आयोग की योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत की है. पंचायत के मुखिया, सचिव व प्रतिनिधियों ने सरकारी गाइडलाइन की अनदेखी करते हुए फर्जी ग्रामसभा कर योजनाओं का एकरारनामा कराने का आरोप लगाया है. बताया कि कई योजनाओं में वार्ड सदस्य, विद्यालय की रसोइया व मुखिया के रिश्तेदारों के नाम पर लाभुक समिति का गठन किया गया है, जबकि वास्तविक हितग्राहियों को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया. मीरपुर में पीसीसी पथ, चबूतरा निर्माण और अन्य योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर वार्ड सदस्य व रसोइया को समिति का अध्यक्ष-सचिव बनाया गया. खरौना में पथ व नाली निर्माण कार्यों में भी गड़बड़ी कर लाभुक समिति के नाम पर वार्ड सदस्य व अन्य लोगों को शामिल किया गया. आमीन में विद्यालय के लिए शौचालय व किचन शेड निर्माण की राशि निकाली गयी, लेकिन मरम्मती कार्य कर पैसे की बंदरबांट कर दी गयी. वहीं जलमीनार की योजना में भी राशि की निकासी कर कार्य नहीं कराया गया. ग्रामीणों ने उपायुक्त से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की. ग्रामीणों ने डीसी से मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. इस संबंध में मुखिया चंदा देवी ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है. सभी कार्य गाईडलाईन के अनुसार किया गया है. यह आरोप ग्रामीणों का नहीं बल्कि प्रतिद्वंदी का है.
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