चतरा. जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सबसे अधिक नुकसान किसानों को हो रहा है. किसान आलू, टमाटर, गोभी जैसी सब्जियों की फसल नहीं लगा पा रहे हैं. कुछ किसानों ने आलू लगाया था, लेकिन बारिश के कारण फसल बर्बाद हो गया. इससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. जिले के अधिकांश लोग कृषि पर ही आश्रित हैं. किसानों को धान की फसल में बाली आने के दौरान बारिश होने से धान की फसल को नुकसान होने की आशंका सता रही है. आश्विन माह में किसान आलू, टमाटर, गोभी समेत अन्य फसलों की खेती कर अच्छी आमदनी करते थे, लेकिन इस बार उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ा है. पत्थलगड्डा, सिमरिया, गिद्धौर, सदर प्रखंड, मयूरहंड, इटखोरी, हंटरगंज के किसानों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. पत्थलगड्डा प्रखंड के नावाडीह बाजोबार गांव के महावीर प्रसाद ने बताया कि 10 कट्ठा में आलू लगाया था, लेकिन बारिश की वजह से फसल बर्बाद हो गयी. करीब एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है. तारकेश्वर राणा व महावीर प्रसाद ने बताया कि बारिश की वजह से 50-50 हजार रुपये का नुकसान हुआ है.
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