चतरा, (मो तसलीम) : चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड के कोबना पंचायत में रोजगार सेवक राकेश रंजन पर मनरेगा के काम में भारी अनियमितता बरतने और सरकारी राशि का गबन करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस संबंध में कोबना के मुखिया और ग्रामीणों ने 15 फरवरी 2025 को मौखिक एवं लिखित रूप से बताया था कि ग्राम रोजगार सेवक पंचायत में उपस्थित नहीं रहते हैं. अक्सर काम में लापरवाही बरतते हैं. इतना ही नहीं, योजनाओं में फर्जी तरीके से लेबर डिमांड एवं मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की जाती है.
3 योजनाओं में मिली अनियमितता
- बहेरी गांव में चंद्रवती देवी की खेत में 100x80x10 का तालाब मनरेगा योजना से बन रहा है. इसके लिए 4,97,901 रुपए की राशि प्राक्कलित है. इस योजना में जेसीबी मशीन का उपयोग किये जाने का प्रमाण मिला है. यह मनरेगा अधिनियम का उल्लंघन है. आरोप है कि इस योजना में रोजगार सेवक ने फर्जी लेबर डिमांड और मजदूरों को कार्य आवंटित करके 2,33,920 रुपए का गबन किया है.
- एक और शिकायत यह है कि दीपक सिंह की खेत में मनरेगायोजना के तहत 80x80x10 का डोभा का निर्माण हो रहा है. इसकी प्राक्कलित राशि 4,19,221 रुपए है. इसमें से 2,99,642 का भुगतान किया जा चुका है. जांच के दौरान की गयी मापी के अनुसार, भुगतान की राशि लगभग 1,41,716 रुपए बनती है. जांच में पाया गया कि मजदूरों को कार्य आवंटित किये गये हैं, लेकिन योजना स्थल पर कोई मजदूर काम नहीं कर रहा था.
- गिरिजा सिंह की खेत में 80x80x10 आकार के डोभा का निर्माण मनरेगा योजना से कराया जा रहा है. इसकी प्राक्कलित राशि 4,19,221 रुपए है. इसमें 2,64,860 रुपए का भुगतान किया जा चुका है. जांच के दिन मापी की गयी, तो पता चला कि इसके लिए 1,41,716 रुपए का ही भुगतान बनता था. पहले की 2 योजनाओं की तरह इस योजना में भी यह तथ्य सामने आया कि मजदूरों को कार्य आवंटित कर दिया गया है, लेकिन मजदूरों ने कार्यस्थल पर कोई काम नहीं किया. यहां तक कि जांच के दौरान कार्यस्थल पर कोई मजदूर नहीं मिला.
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जांच में नहीं किया गया सहयोग
17 फरवरी 2025 को इस संबंध में ग्राम रोजगार सेवक को शोकॉज नोटिस देकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया. प्रधान सहायक से कहा गया कि वे ग्राम रोजगार सेवक को शोकॉज नोटिस दें. इस संदर्भ में प्रधान सहायक ने प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) को लिखित जानकारी दी कि संबंधित ग्राम रोजगार सेवक राकेश रंजन का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है. वे लगातार प्रखंड स्तरीय समीक्षात्मक बैठक में लगातार अनुपस्थित हैं. वे अपने निवास स्थान चतरा में भी नहीं मिले, जिसकी वजह से नोटिस उन तक नहीं पहुंचाया जा सका. प्रधान सहायतक ने यह भी लिखा है कि जांच के क्रम में संबंधित योजनाओं का अभिलेख (मापी पुस्त, मस्टर-रोल और अन्य दस्तावेज आदि) की मांग की गयी, लेकिन ग्राम रोजगार सेवक ने प्रस्तुत नहीं किया. न ही वह जांच के लिए उपस्थित हुए. प्रधान सहायक ने यह भी लिखा है कि अभी तक ग्राम रोजगार सेवक राकेश रंजन ने अभिलेख भी प्रस्तुत नहीं किया है.
बीडीओ ने की ग्राम रोजगार सेवक को हटाने की अनुशंसा
हंटरगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी निखिल गौरव कमान कच्छप ने कहा है कि राकेश रंजन ने मनरेगा के कार्य में भारी अनियमितता बरती है और सरकारी राशि की गलत तरीके से निकासी की है. यह एक तरह से सरकारी राशि का गबन है. इसलिए राकेश रंजन को 48 घंटे में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया. राकेश रंजन की ओर से कोई जवाब नहीं आया. उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. ग्राम सेवक को कार्य मुक्त करने की अनुशंसा जिला प्रशासन से की गयी है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कोबना के मुखिया से 1 मार्च 2025 को लिखित एवं मौखिक जानकारी मिली कि ग्राम पंचायत कोबना में रोजगार सेवक की उपस्थिति नहीं रहने के कारण पंचायत में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है. इसके आलोक में पंचायत में रोजगार सेवक की नियुक्ति के लिए जिला से अनुशंसा की जा रही है.
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