ग्रामीण सूखी लकड़ी ले जायें, व्यवसाय नहीं करें : वनपाल बंदगांव. नकटी में ग्रामीणों ने सोमवार को वन विभाग कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों का आरोप है कि जब वे जंगल से जलावन के लिए लकड़ी लाते हैं, तो वन विभाग के कर्मचारी उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं. उनकी लकड़ी और कुल्हाड़ी छीन ली जाती है, साइकिल की हवा निकाल दी जाती है. जेल भेजने की धमकी दी जाती है. ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में रोजगार के साधन नहीं हैं. ऐसे में यदि वे जंगल से लकड़ी नहीं लायेंगे, तो परिवार को भुखमरी का सामना करना पड़ेगा. घटना की सूचना मिलते ही कराइकेला पुलिस मौके पर पहुंची. स्थिति बिगड़ते देख नकटी पंचायत के मुखिया मिथुन गागराई ने हस्तक्षेप किया. ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. उन्होंने कहा कि जंगल हम सबका है, इसलिए इसका संरक्षण भी हम सबकी जिम्मेदारी है. जरूरत के हिसाब से सूखी लकड़ी लें. जंगल को नुकसान नहीं पहुंचायें. प्रभारी वनपाल राजकिशोर मुखी ने बताया कि जानकारी मिली थी कि कुछ ग्रामीण जंगल से बड़ी मात्रा में लकड़ी ले जाते हैं और बाजार में बेचते हैं. इस पर विभाग ने कार्रवाई की थी. कुछ साइकिलें भी जब्त की गईं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक बुलायी थी. उन्होंने कहा कि जंगल का उपयोग परिवार की जरूरत के लिए करें न कि व्यवसाय के लिए. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे केवल जरूरत के अनुसार सूखी लकड़ी ही ले जायें. हरे पेड़ों को नुकसान नहीं पहुंचायें. इस मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

