जैंतगढ़.
चंपुआ (ओडिशा) के अलीनगर के आसपास जनबहुल क्षेत्र में सांप दिखने पर लोग स्थानीय मो शाजू को याद करते हैं. पेशे से मोटर मैकेनिक शाजू अबतक 100 से अधिक सांप को आबादी वाले क्षेत्र से पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ चुका है. उसकी दिलेरी देख लोग दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. वह बिना ग्लब्स और बिना टूल के मात्र एक डंडे के सहारे खतरनाक सांपों को भी पकड़ लेता है. वह जीव हत्या का विरोधी है. सांपों को पकड़ कर सुरक्षित रजिया वन क्षेत्र में छोड़ आता है. क्योंझर, मयूरभंज के साथ झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में लोग उसे जानते हैं. वह निस्वार्थ भाव से पहुंच कर सांप को पकड़ता है. बदले में कोई फीस नहीं लेता है.वन विभाग भी ले चुका है सेवा
चंपुआ वन विभाग की टीम भी कई बार उसकी सेवा ले चुका है. वन विभाग ने दो माह पूर्व साक्षात्कार के लिए क्योंझर बुलाया था. वहां डेमो करके दिखाया. उसे कहा गया कि भुवनेश्वर बुलाया जाएगा. अभी तक प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पायी है. मो शाजू बीते 10 वर्षों से सांप पकड़ रहा है. तालाब में मछली पकड़ते समय एक साधारण सांप को पकड़ लिया. इसके बाद उसकी हिम्मत बढ़ती गयी.
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