गुवा.
पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. क्षेत्र में भूस्खलन, सड़क धंसने और पेड़ गिरने से परेशानी बढ़ गयी है. सारंडा के छोटानागरा थाना क्षेत्र में हतनाबुरु व मारागपोंगा गांव के बीच पहाड़ पर भूस्खलन होने से मुख्य ग्रामीण सड़क पर मलबा जमा हो गया. मुख्य ग्रामीण आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. यह सड़क दर्जनों गांवों को जोड़ती है. वहां कीचड़, पत्थर और मलबा पसरा है. शनिवार को छोटानागरा में साप्ताहिक हाट बाजार लगता है. यहां सारंडा के लोग खेतों की सब्जियां, जंगल का महुआ, साल पत्ता, तसर और लकड़ी बेचते हैं. किसान नाथु बहंदा ने कहा कि बारिश से हमारे पेट पर लात पड़ा है. रास्ता बंद है. बाजार कैसे पहुचेंगे. सड़क ठप होने से बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सकते. मरीजों के लिए और भी खतरनाक स्थिति है. बीमार को अस्पताल ले जाना पड़े, तो लगभग नामुमकिन हो चुका है.सीआरपीएफ कैंप तक इसी रास्ते से होती है सामान की आपूर्ति
सारंडा जंगल में नक्सलियों पर काबू पाने के लिए जगह-जगह सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस के कैंप बने हैं. इन कैंपों तक खाद्यान्न, दवाइयां और जरूरी सामग्रियां इसी सड़क से पहुंचायी जाती हैं. सड़क ठप होने का सीधा असर सुरक्षा बलों की आपूर्ति पर पड़ा है. भूस्खलन के बाद ग्रामीणों ने उम्मीद थी कि जिला प्रशासन या वन विभाग तुरंत जेसीबी मशीन भेजकर मलबा हटाएगा, लेकिन घंटों बीतने के बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. ग्रामीणों ने खुद कुदाल और फावड़ा लेकर मिट्टी हटाने की कोशिश की, पर विशाल मलबा उनके सामर्थ्य से बाहर है.गुवा : हाइटेंशन तार पर पेड़ गिरा, बिजली गुल
इधर, गुवा-बड़ाजामदा मुख्य मार्ग पर लालजी हाटिंग के पास एक विशाल पेड़ डीवीसी और सेल कंपनी की 33 हजार केवी हाइटेंशन लाइन पर गिर गया. इससे सड़क पर आवाजाही बंद हो गयी. गुवा शहर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गयी. सूचना मिलते ही सेल बिजली विभाग की टीम पहुंची. आपूर्ति बहाल करने के लिए पेड़ काटने व तारों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

