चाईबासा. चाईबासा नगर परिषद कचरे की साफ- सफाई पर हर माह करीब 10 लाख रुपये खर्च कर रहा है, लेकिन जिला मुख्यालय चाईबासा में शहर में नियमित कचरा उठाव नहीं हो रहा है. कचरे का ढेर स्कूल, थाना व विभिन्न मोहल्लों व गांव में आसानी से देखा जा सकता है. बारिश के मौसम में सड़क किनारे जहां -तहां कचरे की वजह से अब दुर्गंध आने लगी है. इससे न केवल स्कूली बच्चों को, बल्कि राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. वैसे तो शहर के श्मशान काली मंदिर मार्ग के पास कचरा प्लांट बनाने का प्रस्ताव है, लेकिन प्लांट अब तक नहीं बन पाया है. प्लांट बनाने का काम वर्ष 2019 से चल रहा है और वर्ष 2022- 23 से चहारदीवारी बनाने का काम किया जा रहा है. हालांकि, बारिश की वजह से फिलहाल यह काम ठप है. बारिश खत्म होते ही काम तेजी लाये जाने की बात कही जा रही है. मौजूदा समय में शहर के कचरों को निस्तारण श्मशान काली मंदिर के पास ही किया जा रहा है.
यहां पसरा है कचरों का अंबार
शहर में बड़ीबाजार डाउन के पास, बड़ीबाजार श्रद्धानंद विद्यालय के पास, मुफस्सिल थाना के पास, नीमडीह मोहल्ला, डुबकी मिशन चौक के पास, नीमडीह- कल्याणपुर के ग्रामस्थल मार्ग, गुटूसाई लोहारपट्टी मोहल्ला के पास, एसपीजी मिशन स्कूल आदि के पास कचरा पसरा हुआ है.
कचरा उठाव के ये हैं उपकरण
शहर को साफ- सुथरा रखने के लिए 60 कर्मचारी सेवा देते हैं. वहीं कचरों के उठाव के लिए दस वाहनों का भी उपयोग किया जाता है. कचरों का उठाव एवं निस्तारण के लिए नप रोजाना तीन जेसीबी, एक हाइवा, तीन ट्रैक्टर,दो टीपर व एक डंपर प्लेशर का उपयोग किया जाता है.
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