Bokaro News : चास आने वाले लोग एक बार यह जरूर सोचते हैं कि कहीं जोधाडीह मोड़ कहीं जाम तो नहीं लगा है. चास का जोधाडीह मोड़ जाम होना आम बात हो गया है. सुबह होते ही चौक पर जाम लग जाता है और चारों सड़क पर गाड़ियां रेंगने लगती हैं . जब फोरलेन का निर्माण नहीं हुआ था, तब भी जाम लगता था. फोरलेन बनने पर लोगों लगा था किअब जोधाडीह मोड़ चौक का निर्माण होगा और लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी, लेकिन सिर्फ सड़क का चौड़ीकरण ही हुआ, चौक का निर्माण नहीं किया गया. जबकि चौक निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण भी की गयी है. दुकानदार सुबोध कुमार, मुकेश भगत, शत्रुघ्न, निवारण गोराई, मुन्ना राज सुभाष सहित अन्य ने कहा कि यह चौक दो राज्य, दो जिला और दो विधानसभा को जोड़ता है. सुबह शाम मार्ग से आवाजाही करते लोगों को मोड़ पर घंटों जाम का सामना करना पड़ता है. सुबह में यातायात पुलिस मौजूद नहीं रहती है और जब मोड़ पर चारों दिशाओं से एक साथ वाहनों का परिचालन होता है, तब जाम लग जाता है. इससे स्कूली बच्चों को विद्यालय जाने में देर होती है. अभी तक यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने की दिशा पर कोई पहल नहीं हो पायी है. कहा जाम के कारण चौक पर अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार जोधाडीह मोड़ चौक का निर्माण कराने की मांग की, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है.
जाम से व्यवसाय प्रभावित :
दुकानदारों ने कहा कि जाम के कारण व्यवसाय पर सीधा असर पड़ता है. लोग जोधाडीह मोड़ बाजार आना पसंद नहीं करते हैं. जोधाडीह मोड़ चौक का सही तरीके से जल्द से जल्द निर्माण हो, ताकि आम लोगों को जाम से निजात मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

