Bokaro News : चास. चास प्रखंड के तियारा गांव में रविवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में का आयोजन किया गया. इसमें तियारा गांव के विभिन्न टोला के महिला-पुरुषों ने भाग लिया. ग्रामीणों ने आवास, पेयजल, आंगनबाड़ी केंद्र, कच्ची सड़क सहित अन्य समस्याएं प्रभात खबर के साथ साझा कीं. तियारा गांव निवासी राकेश शर्मा, मिथिलेश शर्मा, गौर कालिंदी, आशा देवी सहित अन्य ने कहा कि गांव के लोग विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं. दर्जनों जरूरतमंद परिवार को अभी तक सरकारी आवास का लाभ नहीं मिला है. जर्जर, कच्चा और पुआल के घर में अभी भी लोग रहने को मजबूर हैं.
बरसात में हमेशा असुरक्षा का भय बना रहता है. एक-दो कमरा का ही घर है और रहने वाले सदस्यों की संख्या ज्यादा होने से बहुत परेशानी होती है. कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि और संबंधित अधिकारी से आवास बनाने की मांग की, लेकिन अभी तक हमलोगों को सिर्फ आश्वासन ही मिला है. लोगों ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय तियारा चंदनकियारी मुख्य पथ पर स्थित है, लेकिन विद्यालय में चहारदीवारी का निर्माण नहीं कराया गया है.एक दशक के बाद भी अधूरा है आंगनबाड़ी केंद्र :
तियारा गांव के हरिजन टोला में एक दशक पहले आंगनबाड़ी का भवन बनना शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ. भवन तो बनकर पूरा हुआ नहीं, लेकिन जितना बना था, वह भी पूरी तरह जर्जर हो चुका है. केंद्र के बच्चे भय के माहौल में पढ़ने को मजबूर हैं. केंद्र की सहायिका नमिता देवी, बिकोदर कालिंदी, बीरबल, परशुराम, संजोती देवी, मंजू देवी, चंपा देवी सहित अन्य ने कहा कि केंद्र भवन के छत की सिर्फ ढलाई कर के छोड़ दिया गया है. भवन में खिड़की दरवाजा भी नहीं लगाया गया है, जिस कारण केंद्र में चारों तरफ से हवा घुसता है, बच्चे कभी भी बीमार पड़ सकते हैं. बारिश के दिनों में ज्यादा परेशानी होती है केंद्र के अंदर पानी भर जाता है. बैठना भी मुश्किल हो जाता है. आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य पूर्ण कराने के लिए कई बार संबंधित पदाधिकारी को आग्रह किया गया है, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी है, जितना निर्माण हुआ है, वह भी टूट रहा है.बड़कीटांड़ टोला तक अभी भी नहीं बनी पक्की सड़क :
आजादी के सात दशक के बाद भी तियारा गांव के बड़कीटांड़ टोला के लोग कच्ची सड़क से आवागमन करने को मजबूर हैं. स्थानीय निवासी राजन कुमार, संजय, हेमंत, विजय सहित अन्य ने कहा कि बड़कीटांड़ टोला में लगभग 30 परिवार रहते हैं, लेकिन आवागमन के लिए अभी तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं किया गया है. बरसात के दिनों में हमलोगों का टोला टापू बन जाता है. आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है. अगर कोई बीमार पड़ता है तो खटिया में लाद कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है. बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो जाता है. लोगों ने जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि से आग्रह है कि जल्द से जल्द पक्का सड़क का निर्माण करा कर हमारी इस समस्या का समाधान करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

