राकेश वर्मा, बेरमो : बेरमो विधानसभा क्षेत्र में अभियंत्रण महाविद्यालय स्थापित करने का सपना आज तक अधूरा है. झारखंड सरकार के सांख्यिक, वित्त, ऊर्जा व स्वास्थ्य मंत्री सह बेरमो के विधायक रहे स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह ने पेटरवार प्रखंड अंतर्गत पिछरी स्थित बिंदेश्वरी दुबे आवासीय महाविद्यालय परिसर में दो मार्च 2014 को अभियंत्रण महाविद्यालय का शिलान्यास किया था. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, झारखंड सरकार द्वारा इसका निर्माण किया जाना था. इसी बीच विधानसभा चुनाव आ गया तथा राजेंद्र प्रसाद सिंह पराजित हो गये. इसके बाद बेरमो के विधायक योगेश्वर महतो बाटुल बने. श्री बाटुल के अनुसार उन्होंने जैनामोड़ स्थित शिशु विद्या मंदिर के बगल में 10 एकड़ जमीन पर अभियंत्रण महाविद्यालय बनाने को लेकर पहल शुरू की. वर्ष 2019 का विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद मामला खटाई में पड़ गया.
बेरमो के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए जाना पड़ता है बाहर
बेरमो विधानसभा क्षेत्र में इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज नहीं रहने के कारण यहां के बच्चों को प्लस टू के बाद उच्च शिक्षा के लिए बोकारो, रांची, जमशेदपुर सहित अन्य स्थानों पर जाना पड़ता है. अगर यहां अभियंत्रण महाविद्यालय का निर्माण हो जाता तो यहां के बच्चों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई में सुविधा मिलती. पिछरी के भाजपा नेता देवी दास ने कहा कि बीडीए कॉलेज में अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना की योजना विभाग से स्वीकृत नहीं थी, इसलिए यह शिलान्यास तक सीमित रह गया. आजसू सह विस्थापित नेता सूरज महतो ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है अभियंत्रण महाविद्यालय निर्माण के लिए सरकार से फंड नहीं मिला.क्या कहना है बेरमो विधायक का
बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने कहा कि वर्ष 2014 में बीडीए कॉलेज पिछरी में अभियंत्रण महाविद्यालय का शिलान्यास स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह ने किया था. लेकिन वर्ष 2014 में चुनाव हारने के बाद अभियंत्रण महाविद्यालय के इस फंड को चंदनकियारी के तत्कालीन विधायक अमर बाउरी अपने विस क्षेत्र में ले गये. इसके कारण कारण पिछरी में अभियंत्रण महाविद्यालय नहीं बन सका. अब अभियंत्रण महाविद्यालय निर्माण को लेकर फिर से पहल की जायेगी.
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