वित्तीय जालसाजी के दोनों ही मामलों में बीएसएल सीएंडआइटी कर्मी रवि रंजन को आरोपी बनाया गया है. पहला मामला बीएसएल अधिकारी सेक्टर 12 निवासी कृष्ण मुरारी सिंह ने दर्ज करायी है. कहा गया कि आरोपी ने संयंत्र कर्मी राजेश कुमार के नाम का जाली हस्ताक्षर व फर्जी कागजात प्रस्तुत कर पांच लाख 53 हजार का को-ऑपरेटिव लोन निकाल लिया, जबकि कर्मचारी राजेश कुमार को इसकी भनक तक नहीं लगी. इधर, सेक्टर चार निवासी बीएसएल जेनरल मैनेजर प्रवीण कुमार के नाम का जाली हस्ताक्षर व कागजात प्रस्तुत कर पांच लाख 53 हजार का लोन निकाल लिया. अब तक दो को ऑपरेटिव लोन के जरिए वित्तीय अनियमितता के दो मामले सामने आये हैं. बीएस सिटी इंस्पेक्टर सुदामा दास मामले की जांच कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

