फुसरो, सीसीएल ढोरी एरिया अंतर्गत एएडीओडीएम (अमलो) परियोजना के लोकल सेल से जुड़े ट्रक ऑनर, ऑक्सन बीडर, लिफ्टर और लोडिंग मजदूरों ने सोमवार को कई माह से लोकल सेल बंद रहने एवं कोयला डिस्पैच में अनिवार्य सैंपलिंग पर विरोध जताया. अमलो ट्रक ऑनर एसोसिएशन के बैनर तले यह आंदोलन किया गया. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजन साव ने कहा कि अनिवार्य सैंपलिंग लागू होने से कोयला व्यवसायी से जुड़े सैकड़ों लोगों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. सीसीएल सैंपलिंग में ग्रेड तय करने के बाद कोयले की बिडिंग करती है. फिर से सैंपलिंग का क्या मतलब है.
सांसद, विधायक से संज्ञान लेने की अपील
वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन नये सिस्टम को वापस ले, अन्यथा एसोसिएशन बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगा. गिरिडीह सांसद, बेरमो विधायक से भी मामले पर संज्ञान लेने की अपील की है. सत्येंद्र सिंह व शंकर मिश्रा ने कहा कि सैंपलिंग सिस्टम लागू होने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा. पहले ही सेल में कोयला नहीं मिलने के कारण ट्रक ऑनरों स्थिति ठीक नहीं है.
लेबर एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन केंद्र सरकार के साथ मिल कर पूंजीपतियों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है. मौके पर जितेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, हरिशंकर सिंह, वीरेंद्र साव, संतु ठाकुर, रूपलाल महतो, अश्वनी मिश्रा, विक्की महतो, नवीन सिंह, पिंटू महतो, अंकित महतो, विनय दुबे, पितांबर महतो, जयंत सिंह, गुड्डू मंडल, अशोक महतो, अंकित महतो, मंगी महतो आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

