आकाश, फुसरो, स्वच्छ भारत मिशन के तहत फुसरो शहर में कई जगह नगर परिषद की ओर से लाखों रुपये की लागत से लगवाये गये मॉड्यूलर शौचालय अनुपयोगी साबित हो रहे हैं. पानी व सफाई के अभाव के कारण यह हाल है. अधिकतर शौचालय के दरवाजे पर ताला लगा है. इधर, व्यवसायियों व राहगीरों को परेशानी हो रही है. न्यू भागलपुर मध्य विद्यालय फुसरो के पीछे के मॉड्यूलर शौचालय के समीप गंदगी का अंबार लगा रहता है. कई शौचालयों के दरवाजे व अन्य सामानों की चोरी भी हो चुकी है. जानकारी के अनुसार नगर परिषद की ओर से फुसरो शहर में 38 स्थानों में मॉड्यूलर शौचालय लगवाये गये थे. इनमें से अधिकतर में अभी तक ताला लटका हुआ है. कुछ जगह खुले हुए हैं, तो गंदगी के कारण लोग उसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.
क्या कहते हैं व्यवसायी
सियाराम गोस्वामी ने कहा कि मॉड्यूलर शौचालय साफ नहीं रहते है. इस वजह से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. कई में पानी की व्यवस्था नहीं है. अमन कुमार बरनवाल ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत इन शौचालयों का निर्माण किया गया है. देखभाल के अभाव में अधिकतर शौचालय कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं. तरुण गुप्ता ने कहा कि मॉड्यूलर शौचालयों पर लाखों रुपये खर्च हुए. लेकिन बेकार हो गया. लोगों को कोई लाभ नहीं मिला. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि
शौचालय की सुविधा ध्वस्त होने से आमजनों के साथ राहगीरों में आक्रोश है. सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को उठानी पड़ती है. कृष्ण कुमार चांडक ने कहा कि 25-25 लाख रुपये के कई सामुदायिक शौचालय भी बनाये गये थे, जो अभी तक चालू नहीं हुए. कुछ शौचालयों पर लोगों ने कब्जा भी कर रखा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

