बेरमो/फुसरो, लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व शनिवार से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा. इसको लेकर व्रती तैयारी में जुट गये हैं. व्रतियों के घरों में महिलाएं गेहूं व अरवा चावल सुखाने में लगी हैं. व्रती शनिवार को नदी, तालाब व घरों में शुद्ध जल से स्नान कर भगवान भास्कर की पूजा करेंगे. इसके बाद आम की लकड़ी जला कर महापर्व का पहला प्रसाद कद्दू-भात बनेगा. अरवा चावल का भात, चना की दाल, कद्दू की सब्जी के साथ धनिया पत्ती की चटनी के अलावा कद्दू व अगस्त फूल का बचका बनेगा. इस प्रसाद को पहले व्रती ग्रहण करेंगे. इसके बाद घर के अन्य सदस्यों सहित अन्य श्रद्धालु ग्रहण करेंगे. जिनके घरों में छठ महापर्व हो रहा है, वहां परिवार के सदस्यों का जुटान शुरू हो गया है. व्रती घरों में जाता की सफाई कर रहे हैं. शनिवार को नहाय-खाय के बाद महिलाएं एक साथ छठ के गीत के साथ जाता में गेहूं की पिसाई शुरू करेंगी.
कद्दू 30 से 40 रुपये किलो बिका
इधर, घरों, मुहल्लों से लेकर बाजार तक छठ को लेकर चहल-पहल है. हर ओर छठ के गीत बज रहे हैं. बेरमो के प्रमुख बाजारों में बाजारों में फल, पूजन सामग्री, मिट्टी के बर्तन, दउरा, सूप की दुकानें सज गयी हैं. नहाय-खाय को लेकर शुक्रवार को कद्दू, अरवा चावल, चना दाल तथा घी आदि की खरीदारी की गयी. बेरमो के प्रमुख बाजारों में कद्दू 30-40 रुपये प्रति किलो बिका. मोटा अरवा चावल 34 रुपये, कतरनी 46-48 रुपये, जायका 62 रुपये तथा गोविंद भोग 115 रुपये से लेकर 150 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. भवानी घी 660 रुपये, अमूल घी 610 रुपये तथा अनिक घी 620 रुपये प्रति किलो है. फुसरो बाजार, करगली बाजार, जरीडीह बाजार, कुरपनिया, जारंगडीह, कथारा, बोकारो थर्मल, गोमिया, साडम, तेनुघाट, चंद्रपुरा और भंडारीदह के बाजारों में छठ पर्व को लेकर रौनक देखते ही बन रही है. शनिवार से लेकर सोमवार तक इन बाजारों में छठ के सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

