बोकारो थर्मल, डीवीसी चेयरमैन एस सुरेश कुमार 24 मई को बोकारो थर्मल के दौरा पर आयेंगे. इस क्रम में बोकारो थर्मल स्थित एशिया के प्रथम व डीवीसी के मदर ए पावर प्लांट के भित्ति चित्र का अवलोकन करेंगे तथा उसको संरक्षित करने सहित अन्य उपायों का भी निरीक्षण करेंगे. मालूम हो कि यह भित्ति चित्र एकीकृत बिहार-झारखंड की संस्कृति को दर्शाने के लिए बनाया गया था. देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा 21 फरवरी 1953 में बोकारो थर्मल पावर प्लांट के उद्घाटन के दौरान इसकी सराहना की गयी थी. भित्ति चित्र में पांच महिलाओं का चित्र बनाया गया था, जिसे पंच सखी कहा गया. पूर्व में कोलकाता के यादवपुर विश्वविद्यालय के आर्टीकल्चर विभाग की टीम ने भी इसकी जांच की थी. डीवीसी ने उक्त भित्ति चित्र को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में संरक्षित कर रखा है.
पावर प्लांट से उत्पादन शुरू
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के 500 मेगावाट वाले ए पावर प्लांट से शुक्रवार को बिजली उत्पादन शुरू किया गया. ओवरवायलिंग के कारण 45 दिनों से उत्पादन बंद था. बुधवार को इसे लाइटअप किया गया था. शुक्रवार को पावर प्लांट से 450 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है