ललपनिया, गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत के डाकासाड़म गांव में रविवार को ग्राम सभा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता ग्राम प्रधान चंदू मांझी ने की. रतिराम किस्कू ने कहा कि वर्ष 2018 में वनाधिकार अधिनियम के तहत 666 एकड़ 80 डिसमिल भूमि पर सामूहिक वन पट्टा के लिए दावा किया गया था, लेकिन अभी तक वन पट्टा नहीं मिला है. ग्रामसभा ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया. वक्ताओं ने कहा कि सरकार के नाम पर अधिकारी गांव के जंगल और जमीन को कोल माइंस लीज पर दे रहे हैं. ग्रामसभा की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार का भूमि अधिग्रहण स्वीकार्य नहीं होगा. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता रोहित ठाकुर, आदिवासी मूलवासी अधिकार मंच के जिला अध्यक्ष दिनेश मुर्मू, जंगल बचाओ अभियान के कार्यकर्ता रतिराम किस्कू, तिलैया के पंसस शिवलाल हांसदा सहित विशाल किस्कू, शंकर किस्कू, सुखदेव किस्कू, भगवान दास मरांडी, गोपाल किस्कू, रामजी मांझी, सुनील टुडू, लुथु मांझी, उमेश टुडू, नंदकिशोर टुडू, शिवलाल टुडू और अनिल आदि उपस्थित थे.
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