बैठक में वीडियो संवाद के जरिये बीएसएल के प्रभारी निदेशक आलोक वर्मा भी शामिल हुए. उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. हाल के दिनों में बीएसएल प्लांट में हुई घटनाओं पर प्रशासन ने चिंता व्यक्त की. डीसी-एसपी ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा प्रबंधन में लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. मौके पर डीपीएलआर मेनका, एसडीओ चास प्रांजल ढ़ांडा, एसी मुमताज अंसारी, जिला श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार, समेत बीएसएल के वरीय पदाधिकारीगण मौजूद थे.
‘बीएसएल है तो सुरक्षा है’ ऐसा संदेश जाये : डीसी
डीसी ने कहा कि ‘बीएसएल है तो सुरक्षा है’ इस विश्वास को हर कर्मी के मन में जगाना होगा. सुरक्षा केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे संगठन की प्राथमिकता है. डीसी ने निर्देश दिया कि किसी भी स्तर पर कोई भी कर्मी अनसेफ एक्ट नहीं करें. इसके लिए निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाए. प्लांट के भीतर सुरक्षा अधिकारी नियमित निरीक्षण करें. कहा कि सभी मशीनों की मरम्मत समय से हो. संचालन केवल अतिकुशल कर्मी ही करें.
ठेका कर्मियों के लिए बीमा पॉलिसी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
डीसी ने कहा कि ठेका कर्मियों के साथ समान व्यवहार किया जाये. उन्हें भी स्थायी कर्मियों के समान सुरक्षा सुविधाएं दी जाये. डीसी ने ठेका कर्मियों के बेहतर उपचार व बीमा योजना के लिए पॉलिसी तैयार करने का निर्देश दिया है.बीएसएल प्रबंधन ने दी भविष्य की योजना की जानकारी
बीएसएल के प्रभारी निदेशक आलोक वर्मा ने कहा कि सुरक्षा नीतियों में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज अब कम से कम सात दिनों तक सुरक्षित रखी जा रही है. साथ ही सेफ्टी किट की खरीद प्रक्रिया प्रगति पर है. जो सेफ्टी किट स्थायी कर्मियों को दिए जाते हैं, वहीं सेफ्टी किट ठेका श्रमिकों को भी उपलब्ध कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

