सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र अंतर्गत कारो परियोजना की क्वायरी-टू परियोजना में ओबी निस्तारण व कोयला खनन का काम जल्द शुरू होने वाला है. इस माह के अंत तक कोयला उत्पादन शुरू किये जाने की संभावना है. आउटसोर्स के तहत यहां ओबी निस्तारण व कोयला खनन का काम लेने वाली कंपनी फिलहाल चरकपनिया से बैदकारो सड़क मार्ग से सटे हुआ पार्ट (चार साल के पैच में) में सड़क का काम कर रही है. इस सड़क से पश्चिम में पहाड़ी साइड से काम करते हुए कंपनी को आगे बढ़ना है. करीब एक किमी की लंबाई वाला यह मार्ग चार भागों में बंटा हुआ है. उक्त पैच में पहले साल में जहां काम करना है, वहां लगभग 90 फीसदी सड़क का काम पूरा कर लिया गया है. मालूम हो कि क्वायरी-टू परियोजना में आउटसोर्सिंग पैच-ए से कोयला खनन व ओबी निस्तारण के लिए दिसंबर 2024 में टेंडर फाइनल हुआ था. 13.41 फीसदी कम दर पर दिव्या कॉनकॉस्ट एंड कंस्ट्रक्शन्स प्रालि को 321 करोड़ रुपये (18 फीसदी जीएसटी अलग से ) में यह काम आवंटित हुआ था. उक्त कंपनी को चार साल में 130.79 (करीब 13 मिलियन ) घन मीटर टन ओबी निस्तारण और 241.68 (करीब 24 मिलियन टन) टन कोयला का उत्पादन करना है.
लगभग 60 मिलियन टन कोयला है यहां
प्रबंधन के अनुसार शुरुआत में यहां से सालाना 3.5 मिलियन टन कोयला खनन किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. यहां लगभग 60 मिलियन टन कोयला है. यह पूरा एरिया फोरेस्ट लैंड है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार से इसका स्टेज वन व स्टेज- दो का क्लीयरेंस मिल गया है. चार साल के इस पैच में कुल 19 हजार पेड काटे जाने हैं. पहले फेज में करीब पांच हजार पेड़ काटे गये हैं. जानकारी के अनुसार इस पैच में पहले साल में 16 लाख टन कोयला का उत्पादन किया जाना था, लेकिन अब वित्तीय वर्ष के समापन में चार माह शेष बचे हैं. ऐसे में इस लक्ष्य तक पहुंच पाना आउटसोर्सिंग कंपनी के लिए आसान नहीं होगा.
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