Bokaro News : फुसरो. सीसीएल मुख्यालय प्रबंधन की ओर से चार लेबर कोड लागू करने को लेकर रांची स्थित गंगोत्री भवन में आयोजित प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को जेसीसी व एसीसी के सदस्यों ने विरोध करते हुए बहिष्कार कर दिया. शिविर में सीसीएल ढोरी व बीएंडके सहित विभिन्न एरिया से एसीसी के यूनियन प्रतिनिधि शामिल होकर नये श्रम संहिताओं का विरोध करते हुए नारेबाजी की. यूनियन नेताओं ने कहा कि श्रमिक-विरोधी और पूंजीपति-परस्त लेबर कोड की एक तरफा और मनमानी घोषणा की कड़े शब्दों में हम सभी निंदा करते हैं. कहा कि श्रम सम्मेलन में द्विपक्षीय विचार- विमर्श किये बगैर ही 29 श्रम कानूनों को निरस्त कर चार श्रम संहिता में बदल देना भारत के मजदूर और ट्रेड यूनियनों पर सीधा हमला है. कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है. चार श्रम संहिताओं के लागू हो जाने के बाद मजदूरों के प्रति नियोक्ताओं के बर्ताव में बड़ा फर्क आयेगा. साथ ही कर्मियों से 8 घंटे के जगह 12 घंटे काम लिया जायेगा. तनख्वाह भी प्राइवेट कंपनियों के बराबर दिया जायेगा. कानून के लागू होने से सरकारी नौकरी तथा गैर सरकारी नौकरी करने वाले मजदूरों की अधिकार में कटौती होगी और प्रबंधन निरंकुश होकर मजदूरों अधिकारों में कटौती करेगा. इसलिए मजदूरों को आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं है. मौके पर यूनियन नेताओं में महेंद्र चौधरी, जयनाथ मेहता, पंकज महतो, बैजनाथ महतो, सूरज महतो आदि मौजूद थे.
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