श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद ढुलू महतो ने कहा की शहीद लिलू, हीरु व पटल बाउरी 1 नवम्बर 1978 को महाजनी प्रथा,शोषण नीति,जुर्म और पुलिसिया जुर्म के विरोध करते शहीद हो गए . समाज को शोषण मुक्त करना ही इनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी . उन्होंने मंच के माध्यम से शहीद बेदी और तोरणद्वार के लिए सांसद मद् से बनाने का आश्वासन दिया . अध्यक्ष गौउर चंद बाउरी कहा की तत्कालीन बिहार सरकार के जुर्म के शिकार शहीद लिलू,हिरु पटल बाउरी की शहादत तभी साकार व सार्थक होगी जब हमारे समाज के दबे कुचले व शोषित व्यक्ति शोषण मुक्त होंगे . पूर्व डिप्टी मेयर डब्लु बाउरी ने कहा की 1 नवम्बर की वह काली रात आज भी इस क्षेत्र के शोषित और पीड़ित लोगों के लिए सबक की रात थी . एक तरफ दिवाली की खुशी थी तो जयतारा गांव के इन शहीदों के घर में मातम छाया हुआ था . महाजनी प्रथा का विरोध करना इन सबों के लिए भारी पड़ गया . मौके पर विजय बाउरी, अरविंद दुबे,कार्तिक गौरांई, बाटुल प्रामाणिक , शांति राम गोराई , रामपद बाउरी,जीतु बाउरी,मेघनाथ बाउरी,देबु बाउरी, सुभाष बाउरी, अमृत बाउरी आनंद बाउरी आदि शामिल थे .
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